New Expressway in UP : योगी सरकार प्रदेश की कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने की कोशिशों में जूटी हुई है और अब जल्द ही योगी सरकार (yogi government) की ओर से यूपी वालो को 11 नए एक्सप्रेसवे की सौगात दी जाने वाली है। इनन 11 नए एक्सप्रेसवे पर कामर चल रहा है और इन एक्सप्रेसवे के निर्माण से प्रदेश की अन्य शहरों से कनेक्टिविटी और अच्छी हो जाएगी।
योगी सरकार की ओर से प्रदेश में अपनी रफ्तार पहले से ज्यादा बढ़ाने पर काम किया जा रहा है। अब योगी सरकार की ओर से प्रदेश में आने वाले समय में और नए एक्सप्रेसवे (Expressway in UP) की सौगात दी जाने वाली है। इन एक्सप्रेसवे के निर्माण से दूसरे राज्यों से कनेक्टिविटी बेहतर होने के साथ ही रोजगार को बढ़ावा मिल सकेगा। आइए खबर में जानते हैं इन एक्सप्रेसवे के बारे में।
कौन संभालेगा एक्सप्रेसवे का कार्यभार
यूपी में इन नए एक्सप्रेसवे का निर्माण और संचालन यूपी एक्सप्रेसवेज इंडस्ट्रियल डिवेलपमेंट अथॉरिटी ( UPEIDA ) को सौपां जाएगा। इन एक्सप्रेसवे वे के डीपीआर, भूमि अधिग्रहण, निर्माण शुरू करने से लेकर खत्म किए जाने तक का सारी तैयारी की जा चुकी है और यूपी एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UP Expressway Industrial Development Authority) के मुताबिक अभी फिलहाल में 8 एक्सप्रेसवे चल रहे हैंर और 11 नए एक्सप्रेसवे की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट(DPR) लगभग तैयार है।
किन एक्सप्रेसवे पर चल रहा काम
यूपीडा सुत्रो के अनुसार आने वाले छह महीनों तक प्रदेश सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे (UP longest expressway) से कनेक्ट हो जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से कनेक्ट करने के लिए वाया फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेस-वे (Farrukhabad Link Expressway) की कार्ययोजना पर काम चल रहा है।
वहीं, चित्रकूट लिंक एक्सप्रेस-वे का काम भी 2027 तक पूरा होने का मकसद है। वहीं, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से कनेक्ट करने के लिए राजधानी की सीमा पर जो लिंक एक्सप्रेस-वे बन रहा है, उसका अलाइनमेंट का काम पूरा किया जा चुका है।
कब तक पूरा होगा गंगा एक्सप्रेसवे का काम
इसके साथ ही गंगा एक्सप्रेस-वे (Ganga Expressway) का काम फरवरी तक पूरा किया जा सकता है और इस एक्सप्रेसवे को मार्च में लॉन्च करने का मकसद रखा गया है। अब हाल ही में छानबीन के दौरान सीएम योगी ने इसे दिसंबर तक पूरा करने के आदेश दिए हैं।
यूपीडा की कार्ययोजना के तहत जेवर लिंक,मेरठ-हरिद्वार, नोएडा-जेवर, चित्रकूट रीवा, झांसी लिंक, विध्य एक्सप्रेस-वे और विध्य-पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे (Vidhya-Purvanchal Expressway) के अलाइनमेंट व एस्टिमेट का काम फरवरी तक पूरी करने की संभावना है। अगर सभी प्रस्तावित एक्सप्रेस-वे को जोड़ें तो इसकी लंबाई 1500 किमी से ज्यादा है।
छोटे शहरों आपस में होंगे कनेक्ट
इस प्रोजेक्ट का एक हिस्सा यह भी है कि इसके जरिए एक्सप्रेस-वे (UP Expressway Projects) का विस्तार और लिंक एक्सप्रेस-वे के जरिए छोटे शहरों को कनेक्ट किया जा सकें। इसके साथ ही इन एक्सप्रेस-वे के किनारे इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का निर्माण भी किया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने के बाद कई शहरों तक पहुंच आसान हो सकेगी।
कितना रह जाएगा लखनऊ से अन्य जिलों तक का सफर
अब योगी सरकार (yogi government) की निगाहें टीयर टू और थ्री के शहरों को जोड़नें पर है। बीते कुछ सालों में किए गए प्रयासों से इन शहरो की ओर इन्वेस्टर्स का रूझान बढ़ा है। इसके लिए बुंदेलखंड से लेकर पूर्वाचल और तराई के शहरों तक के लिए इन्वेस्टमेंट प्रस्ताव मिले हैं।
इस वजह से इन सभी जगहों के इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाया जा रहा है। योगी सरकार के इस प्रोजेक्ट (Yogi government projects) के साथ 1 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिल सकेगा और दिल्ली या लखनऊ से अन्य जिलों तक का सफर 6–8 घंटे में पूरा किया जा सकता है।
