गेहूं की खेती में यदि बुवाई को सही तरीके से किया जाए तो बेहतर उत्पादन प्राप्त होता है। आइए जानते हैं गेहूं की बुवाई का सही तरीका, जिसमें मशीन से बुवाई करने की जानकारी दी गई है।
मशीन से गेहूं की बुवाई करने के क्या फायदे हैं?
गेहूं की बुवाई सीड ड्रिल मशीन से की जा सकती है। इस मशीन की मदद से बुवाई करने पर कई फायदे मिलते हैं। कृषि विशेषज्ञ बताते हैं कि इससे किसान उत्पादन को लगभग 10% तक बढ़ा सकते हैं और लागत भी कम आती है। सामान्य खेती की तुलना में इसमें खर्च कम होता है और समय की बचत होती है। सीड ड्रिल मशीन कम समय में अधिक काम कर देती है।
इसमें पानी भी कम लगता है। बीज पंक्तियों में बोए जाते हैं, जिससे खरपतवार भी कम होते हैं। साथ ही पिछली फसल का अवशेष मिट्टी में ही मिलकर उर्वरक का काम करता है, जिससे मिट्टी उपजाऊ बनती है। अब आइए जानते हैं कि मशीन से गेहूं की बुवाई करते समय दो लाइनों के बीच और दो पौधों के बीच कितनी दूरी रखनी चाहिए।

गेहूं की बुवाई कितनी दूरी पर करें?
मशीन से गेहूं की बुवाई करते समय दो लाइनों और दो बीजों के बीच की दूरी निश्चित रखी जा सकती है। दो क़तारों के बीच की दूरी 20 से 30 सेंटीमीटर के बीच में और दो बीजों के बीच की दूरी 3 से 5 सेंटीमीटर के बीच रख सकते है।
इस दूरी पर बुवाई करने से कई फायदे मिलते हैं। अंकुरण अधिक होता है, फूल सही तरीके से आते हैं, दाने अच्छे से बनते और विकसित होते हैं। इसके अलावा सीड ड्रिल मशीन से बुवाई करने का एक और फायदा यह है कि बीज के साथ-साथ खाद भी डाली जा सकती है। यदि किसान सीड ड्रिल मशीन से बुवाई करते हैं, तो बीज और खाद दोनों एक साथ डालकर खाद की बचत भी कर सकते हैं।
