यदि आप यात्रा में रुचि रखते हैं और घूमने की योजना बना रहे हैं, तो यह भी जान लें कि भारत में कुछ आश्रम ऐसे हैं जहां पर रहने और खाने की व्यवस्था एकदम फ्री है। यदि आप शॉर्ट टाइम के लिए रुकना चाहते हैं तो ये जगहें आपके लिए बहुत ही उत्तम हैं। आइए जानते हैं भारत के कुछ ऐसे आश्रमों के बारे में जहां आप बिना किसी खर्च के ठहर सकते हैं और भोजन भी पा सकते हैं।
भारत हेरिटेज सर्विसेज, ऋषिकेश
उत्तराखंड की यात्रा पर हैं और हरिद्वार या ऋषिकेश घूमने जा रहे हैं तो ऋषिकेश में भारत हेरिटेज सर्विसेज में ठहरने की उत्तम व्यवस्था है। यहां आपको रुकने और खाने-पीने के लिए कोई बिल नहीं देना होगा। यह स्थान उन यात्रियों के लिए बेहद उपयुक्त है जो कम बजट में यात्रा करना चाहते हैं।
गीता भवन, ऋषिकेश
ऋषिकेश में ही गंगा तट पर स्थित गीता भवन भी एक ऐसी जगह है जहां आप फ्री में ठहर सकते हैं। गीता भवन में कुल 1,000 कमरे हैं। जहां दुनिया के कोने-कोने से लोग रहने के लिए आते हैं। यहां से गंगा के अद्भुत दर्शन का लाभ भी लिया जा सकता है।
शिव प्रिया योग आश्रम, ऋषिकेश
हिमालय की सुंदर वादियों में स्थित ऋषिकेश का शिव प्रिया योग आश्रम भी एक बेहतरीन विकल्प है। यहां रुकने के लिए आपको कोई भी शुल्क नहीं देना होगा। आप अपने दोस्तों या परिवार के साथ कम पैसे में घूम सकते हैं और रात को इस आश्रम में आराम से ठहर सकते हैं।
मणिकर्ण साहिब, हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हर रोज हजारों की संख्या में लोग घूमने आते हैं। मणिकर्ण हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के भुंतर से उत्तर पश्चिम में पार्वती घाटी में व्यास और पार्वती नदियों के मध्य बसा है। यह हिन्दुओं और सिक्खों का एक तीर्थस्थल है। मणिकर्ण साहिब में आप फ्री में ठहर सकते हैं और यहां ठहरने या खाने-पीने के लिए आपको कोई पैसा नहीं देना पड़ता है।
श्री रामनाश्रामम, तिरुवन्नामलई
दक्षिण भारत में तमिलनाडु की तिरुवन्नामलई की पहाड़ियां और मंदिरों पर घूमने जा रहे हैं तो यहां मौजूद श्री रामनाश्रामम में फ्री में रुक सकते हैं। यह आश्रम श्री भगवान मंदिर के लिए जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि जो भी भक्त यहां ठहरते हैं वे श्री भगवान मंदिर के दर्शन के लिए आते हैं। इसलिए उनसे किसी भी तरह का पैसा नहीं लिया जाता।
पूर्व सूचना और बुकिंग की आवश्यकता
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उपरोक्त सभी स्थानों पर ठहरने और खाने के लिए आपको पहले से ही सूचना देना होती है। जगह खाली होने पर ही कमरे बुक किए जा सकते हैं। इसलिए यात्रा से पहले आश्रम से संपर्क कर अपनी बुकिंग सुनिश्चित कर लें।
