Drinking Water Tips : सर्दियों का सीजन शुरू हो गया है। ऐसे में लोगों को अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है। वहीं, अगर सर्दियों के मौसम में आप कुछ विशेष चीजों का ध्यान नहीं रखते हैं तो आपको कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। सर्दियों में ठंडे मौसम (Cold Weather) के चलते लोग कम पानी का सेवन करते हैं। ऐसे में आपको अपनी पानी पीने की क्वांटिटी का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। अगर आप पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं, तो किडनी और ब्रेन संबंधी काफी सारी समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। चलिए जानते हैं कि कौन सी समस्याएं हैं जो आपको कम पानी पीने के चलते हो सकती हैं।
सर्दियां शुरू होते ही लोगों के वॉटर इनटेक पर साफ असर होने लगता है। ठंड के चलते लोगों को प्यास कम लगती है और ऐसे में कम पानी पिया जाता है। अगर आपको भी कम पानी पीने की आदत है तो यह आपके शरीर के लिए काफी नुकसानदायक हो सकती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार प्रतिदिन 500 मिलीलीटर से कम पानी पीने पर आपको कई समस्याएं हो सकती हैं। अगर आप लगातार 500 मिलीलीटर से कम पानी पीते हैं तो आपके शरीर में काफी सारी बीमारियां हो सकती हैं, इसमें किडनी और दिमाग की बीमारियां मुख्य रूप से शामिल है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि जब कोई इंसान बहुत ही ज्यादा कम या फिर 500 मिलीलीटर से कम पानी (Water Drinking Tips) लगातार लंबे अरसे तक पीता है तो उसकी किडनी पर इसका प्रभाव पड़ता है। ऐसे में किडनी को कम पानी की पूर्ति के लिए अतिरिक्त काम करना पड़ता है, इससे यूरिन गाढ़ा होने लगता है। ऐसे में मनुष्य के शरीर से पानी की कम मात्रा बाहर निकलती है और शरीर के अधिक अपशिष्ट पदार्थ बाहर नहीं निकल पाते हैं, इससे किडनी को काफी ज्यादा नुकसान होने लगता है।
दिमाग में ऑक्सीजन की सप्लाई पर पड़ता है फर्क
कम पानी पीने (Blood Volume) की वजह से ब्लड वॉल्यूम भी कम होने लगती है, जिसके चलते दिमाग तक पहुंचने वाली ऑक्सीजन की सप्लाई भी कम होने लग जाती है। अगर आपके ब्रेन तक कम मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचती है, तो इससे आपको ध्यान करने में मुश्किल होती है। इसके अलावा मूड स्विंग्स और थकान जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
मसल्स सोरनेस या लो एनर्जी के हो सकते हैं शिकार
अगर आप पानी कम पीते हैं तो आप में एनर्जी की भी धीरे-धीरे कमी होने लगती है। इसके चलते आपको काम करने में थकावट महसूस होगी। वहीं, इसके अलावा मसल्स सोरनेस की समस्या भी शरीर में कम पानी के चलते हो सकती है।
धीमा हो जाता है डाइजेशन
हमारे शरीर में डाइजेशन की प्रक्रिया (process of digestion) पूरी होने में पानी का बहुत बड़ा योगदान होता है। अगर आप पानी कम पीते हैं तो इससे आपका डाइजेशन भी धीमा होने लगता है। ऐसे में आपको कब्ज व अपच की समस्या हो सकती है। इसी के साथ कम पानी पीने का असर भूख पर भी पड़ता है।
कम पानी पीने से बढ़ता है स्ट्रेस
यदि कोई इंसान सर्दी के मौसम में लगातार कम पानी का सेवन (low water intake) करता है तो धीरे-धीरे उसके शरीर में स्ट्रेस का स्तर बढ़ने लगता है। इसके चलते काफी सारी बीमारियों से मनुष्य का शरीर ग्रस्त हो सकता है। कम पानी पीने से एक ओर जहां पर पेशाब गाढ़ा होने लगता है। वहीं, किडनी फिल्ट्रेशन रेट भी कम होता है। इसके अलावा तापमान नियंत्रण में भी कटौती होती है। ऐसे में आप एक तय समय बाद कुछ गंभीर बीमारियों के शिकार हो सकते हैं।
यदि आप चाहते हैं कि आपको उपरोक्त बताई गई किसी भी तरह की बीमारी न हो तो ठंड के मौसम में भी पानी पीने का विशेष ध्यान रखें। अपने शरीर में पानी की मात्रा किसी भी स्थिति में कम न होने दें।
