UP New Corridor :यूपी में अब एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद यहां पर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर को बनाने को लेकर चर्चा की जा रही है। अब इस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में नई फैक्ट्रियों की स्थापना होगी और साथ ही रोजगार के नए अवसर बढ़ेंगे। इस कॉरिडोर (UP New Corridor ) के निर्माण से लोगों को लॉजिस्टिक सिस्टम की सुविधा का फायदा भी मिलने वाला है। आइए खबर के माध्यम से जानते हैं इस बारे में।
यूपी में विकास की गति को तेज करने के लिए एक ओर ऐतिहासिक कदम उठाया जा रहा है। अब प्रदेश में जल्द ही नया इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाया जाने वाला है। यूपी में ये इंडस्ट्रियल कॉरिडोर औद्योगिक विकास की दिशा में ऐतिहासिक कदम साबित हो सकता है। आइए खबर के माध्यम से जानते हैं कि यूपी में ये इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (UP industrial corridor) कहां पर बनाया जा रहा है।
किन लोगों को इस कॉरिडोर का फायदा
गाजीपुर में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (Ghazipur Industrial Corridor) का निर्माण पूर्वांचल की अर्थव्यवस्था को नई दिशा के तौर पर विकसित करेगा। इस कॉरिडोर में लगने वाले उद्योग स्थानीय कारीगरों, छोटे व्यापारियों, परिवहन सेवाओं और कृषि उत्पादों को नई दिशा देंगे। इससे गाजीपुर के साथ ही पूरे पूर्वांचल क्षेत्र की इनकम और उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी होगी।
कौन करेगा इस कॉरिडोर को विकसित
यूपी विकास प्राधिकरण (UP Development Authority) इस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर को विकसित कर रहा है। संस्था इस प्रोजेक्ट को आधुनिक मानकों के हिसाब से तैयार करेगी। जिसमें सड़कें, बिजली, पानी, परिवहन और सुविधाजनक लॉजिस्टिक सिस्टम को जोड़ा गया है। यूपीडा का मकसद है कि यूपी में यह इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (UP New industrial corridor) पूर्वांचल के प्रमुख औद्योगिक केंद्र के तौर पर विकसित होगा।
बढ़ेंगे रोजगार के नए अवसर
इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (industrial corridor updates) आकार लेने के साथ ही छोटे-बड़े उद्योगों की स्थापना हो जाएगी, जिससे हजारों युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर मिल सकेंगे। इस कॉरिडोर के विस्तार से तकनीकी, गैर-तकनीकी, सेवा और उत्पादन क्षेत्रों में नौकरियों के नए अवसर खुल सकेंगे। जिसका फायदा यह होगा कि जिससे स्थानीय लोगों को दूर-दराज के शहरों में रोजगार के नए अवसर मिल सकेंगे।
कहां बनेगा ये इंडस्ट्रियल कॉरिडोर
इस परियोजना (UP Corridor Projects) के लिए मुहम्मदाबाद तहसील के 13 गांवों में तकरीबन 1000 एकड़ जमीन को चिह्नित किया गया है, जिनमे से 369 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री का काम भी हो गया है। जबकि बाकी बची 631 एकड़ का अधिग्रहण का काम चल रहा है। जैसे ही भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हेाता है तो उसके बाद इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के निर्माण कार्य पहले से तेज हो जाएगा।
किसानों को मिलेगा बंपर मुआवजा
यूपी के इस प्रोजेक्ट (UP projects) में जमीन देने वाले किसानों को सरकार उचित मुआवजा दे रही है। अधिकारियों का कहना है कि किसानों के हितों का खास ध्यान रखा जा रहा है ताकि उन्हें कोई नुकसान न हो। मुआवजा मिलते ही किसान बेहतर इन्वेस्टमेंट और जीवन स्तर में सुधार के नए अवसर ढूंढ पाएंगे।
गाजीपुर में औद्योगिक कॉरिडोर (Industrial Corridor in Ghazipur) के निर्माण से वाराणसी, गोरखपुर, आजमगढ़, मऊ और चंदौली जैसे आस-पास के जिलों के लोगों को दिल्ली, महाराष्ट्र, नोएडा और बेंगलुरु जैसे महानगरों की ओर जाने में कोई परेशानी नहीं होगी।
