खुशखबरी : सरकार जल्द शुरू कर रही है है गन्ने की खरीद, तय हुए एफआरपी रेट

गन्ना की खेती करने वाले किसानों के लिए एक खुशखबरी आ गयी है। सरकार किसानों से समर्थन मूल्य पर गन्ने खरीद रहे है इस बार सरकार किसानों से समर्थन मूल्य पर गन्ने का खरीद सकता है। इस बार सरकार ने किसानों की सुविधा का खास ख्याल रखा है किसानों को अपना गन्ना बेचने में किसी प्रकार की असुविधा न हो हो सके इसके लिए किसानों को पहले मेसेज भेजा जा सकता है और उसके बाद ही वह अपना गन्ना पेराई के लिए लेकर आएँगे। आपको बता दे, किसानों से हर साल सरकारी रेट पर गन्ने की खरीद राज्य सरकार की तरफ से भेजने जा सकता है। इसके साथ ही राज्य अलग से किसानों के लिए गन्ने का एसएपी तय करती है उसी के अनुसार किसानों से गन्ने की खरीद की जाती है। दि बात की जाए हरियाणा की तो यहां गन्ने का एसएपी इस बार के लिए 372 रुपए प्रति क्विंटल है जो केंद्र द्वारा तय किए गए एफआरपी 315 रुपए से कहीं ज्यादा है। बता दें कि देशभर में पंजाब व हरियाणा में किसानों को सबसे ज्यादा गन्ने का मूल्य दिया जा रहा है।
इस बार कितनी होगी गन्ने की पेराई
सहकारिता मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि इस साल 424 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई तथा 10 प्रतिशत रिकवरी रेट का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चीनी मिलों की क्षमता और उत्पादन बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि चीनी मिलों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा सके।
क्या है एफआरपी और एसएपी रेट में अंतर
हर साल केंद्र और राज्य द्वारा किसानों के लिए एफआरपी और एसएपी मूल्य की घोषणा की जाती है। ऐसे में अलग-अलग राज्य में किसानों से अलग-अलग रेट पर गन्ने की खरीद की जाती है। ऐसा इसलिए कि राज्य सरकार अपने स्तर पर गन्ने के मूल्य में बढ़ोतरी करती है। जबकि केंद्र द्वारा जारी किया गया एफआरपी पूरे भारत में एक सामान होता है। लेकिन राज्य अपने स्तर पर गन्ने के मूल्य में बढ़ोतरी करके किसानों को स्थानीय भाव के अनुसार गन्ने का मूल्य दिलाने का प्रयास करती हैं ताकि किसानों को नुकसान नहीं हो। केंद्र द्वारा तय किए गए गन्ने के न्यूनतम समर्थन मूल्य को एफआरपी कहा जाता है जबकि राज्य सरकार की ओर से जो मूल्य बढ़ाकर किसानों को दिया जाता है उसे एसएपी कहा जाता है। एसएपी सदैव एफआरपी से ज्यादा होता है।
गन्ने का मूल्य/गन्ने का भाव
हरियाणा - 372 रुपए प्रति क्विंटल
पंजाब - 380 रुपए प्रति क्विंटल
उत्तर प्रदेश - 350 रुपए प्रति क्विंटल
उत्तराखंड - 355 रुपए प्रति क्विंटल
बिहार - 355 रुपए प्रति क्विंटल