गन्ने की फसल को रोगमुक्त करने के लिए ऐसे करे बुआई,होगा बेहद मुनाफा

शीतकालीन गन्ना की बुआई जारी है।देशभर में लाखो किसान है,जो गन्ना का उत्पादन करते है और उनकी आजीविका भी यही स्तोत्र है।गन्ना उत्पादन में कई बार किसानो को गन्ने में रोग लगने के कारण से लाखो रूपये का नुकसान हो जाता है।अच्छी पैदावर नहीं होने के कारण किसानो को नुकसान होता है।कई बार रोग लगने की वजह से गन्ना किसानो को बेहद नुकसान पहुंचाता है।ऐसे में जरुरी है किसान इन सभी बातो का ध्यान रखते हुए ही गन्ने की बुआई करे। also read : चने के बुवाई के दौरान ध्यान रखे ये जरुरी बातें, नहीं रहेगा रोग लगने का खतरा
कितना होगा लाभ
गन्ना बुआई की इस सबसे अच्छी विशि 'ट्रेचु विध ' से अगर किसान गन्ना की बुआई करते है तो किसान 20 % ज्यादा पैदावार तो पाएगे ही साथ ही गन्ना की रोगमुक्त पैदावार भी सुनिक्षित कर पाएगे।इससे ज्यादा अधिक पैदावार के साथ किसान नुकसान से भी बच पाएगे।किसान अच्छा मुनाफा कमा पाए।
इस विधि से करे बुआई
गन्ना बुआई की तकनीक में नवीनतम और उत्कृष्ट तकनीक ट्रेंच का इस्तेमाल करे।इस विधि से बुआई करने में गन्ने में रोग लगने की संभावना 95 % तक कम हो जाती है।इस विधि से ट्रेंच ओपनर से एक फुट चौड़ी और 25 से 30 सेंटीमीटर गहरी क्यारी बनाई जाती है।एक क्यारी से दूसरी क्यारी के बिच की सूरी 120 सेंटीमीटर होती है।
उन्नत किस्मो का करे चयन
गन्ना की खेती में अच्छी पैदावार के लिए जरुरी है की उत्कृष्ट किस्मो का चयन किया जाए।रोग रोधी गन्ना की नई प्रजाति को ही बुआई के लिए चयन करे।गन्ना प्रजाति कोसा की बुआई की प्रमुख गन्ना की टॉप 4 किस्मे है।गन्ना बुआई के समय इस बात का ध्यान रखे की पतला और बीमार गन्ना का प्रयोग बुआई के लिए नहीं करे।
भूमि उपचार
गन्ने की अच्छी पैदावर के भूमि का उपचार किया जाना भी जरुरी है।खेत की बुआई से पहले और अंतिम जुताई पर ट्राइकोडर्मा डालकर भूमि का उपचार करे। भूमि उपचार के बाद ही गन्ने की बुआई का काम शुरू करे।