Success Story : डॉक्टर बनने का बनाना था लेकिन खेती में इस तरह से बढ़ी रूचि की आज सलाना हो रही है 30 लाख तक की कमाई

आज के समय में कुछ व्यक्तियों की इच्छा खेती करने की होती है। लेकिन खेती में होने वाले खर्चे को देखकर ज्यादातर लोग खेती से हाथ पीछे कर लेते है। वहीं अब बदलते समय के साथ में लोगो की मानसिकता भी बदलती जा रही है लोग अब नई नई तकनीकों की मदद से उन्नत खेती कर अधिक मुनाफा कमा रहे है। आज हम आपको एक ऐसे किसान के बारे में बताने जा रहे है जो उन्नत खेती कर न सिर्फ अच्छा लाभ कमा रहे है बल्कि अपनी अलग ही पहचान बना रहे है। तो आइए जानते है एक ऐसे शख्स की कहानी जिसने बहुमंजिला इमारत का आइडिया खेतों में आजमाया है।
इस शख्स का नाम है आकाश चौरसिया। आकाश का सपना कभी डॉक्टर बनना था लेकिन खेती किसानी में बढ़ती रुचि देख उन्होंने अपनी दिशा बदल ली। इतना ही नहीं आज के समय में यह मल्टीलेयर फार्मिंग कर सफल किसान के रूप में जाने जाते हैं।
क्या है मल्टीलेयर फार्मिंग
बहुपरत खेती (मल्टीीलेयर फार्मिंग) एक ही खेत में कई फसलें उगाने की प्रक्रिया है। यह पहले से मौजूद फसल के ऊपर फसल लगाकर की जाती है। इसके बाद पहली फसल काटी जाती है और भूमि का उपयोग दूसरी फसल लगाने के लिए किया जाता है। इसका उद्देश्य भूमि पर जगह बचाना और दक्षता में सुधार करना है। यह खेती की एक प्राचीन पद्धति है जिसका उपयोग फसल की उपज बढ़ाने और पौधों के बीच प्रतिस्पर्धा से बचने के लिए किया जाता है। बहुस्तरीय खेती एक प्रकार की बहुसंस्कृति है जिसमें एक ही क्षेत्र में कई फसलें उगाना शामिल है। इसमें आम तौर पर अलग-अलग ऊंचाई पर पौधे उगाना शामिल होता है ताकि एक फसल जमीन पर उगे और दूसरी उसके ऊपर उगे।
आकाश चौरसिया इस तकनीक की मदद से कर रहे हैं खेती
आकाश चौरसिया बहुस्तरीय खेती करते हैं। इसके जरिए वे कम जगह में ज्यादा फसल उगाते हैं। इस तरह की खेती करके वह सालाना 30 लाख रुपए तक की कमाई कर लेते हैं। वे अन्य किसानों को भी बहुस्तरीय खेती के गुर सिखाने में लगे हुए हैं ताकि अन्य किसान भी इस तकनीक की मदद से मुनाफा कमा सकें। इस प्रकार की खेती में पानी की भी बचत होती है। आपको बता दें मल्टीलेयर फार्मिंग के लिए आकाश चौरसिया को कई अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है। एक ही जमीन पर कई फसलें उगाने का विचार उन्हें बहुमंजिला इमारत से आया और आज उसी आइडिया की मदद से वह एक सफल किसान के रूप में जाने जा रहे हैं।
32 साल के आकाश चौरसिया का जन्म मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड के छोटे से शहर सागर में हुआ था। बड़े होकर आकाश को डॉक्टर बनकर लोगों की सेवा करनी थी. फिर उन्होंने सोचा कि आखिर ज्यादातर लोग बीमार किस वजह से होते हैं। जब उन्होंने इस पर सोचा तो उन्हें पता चला कि गलत खान-पान की वजह से यह समस्या होती है। तब जाकर आकाश ने यह ठाना कि वह इस समस्या का अंत करेंगे। इसी सोच के साथ 2010 में उन्होंने जमीन के एक छोटे से टुकड़े से जैविक खेती शुरू की। उनका परिवार पहले से ही सुपारी की खेती कर रहा था.।
2014 में किया बहुस्तरीय खेती करने का फैसला
फिर 2014 में आकाश को एक ही जमीन पर कई फसलें उगाने का विचार आया। एक किसान परिवार से होने के कारण वे किसानों की चुनौतियों से भी अच्छी तरह वाकिफ थे। जिसके बाद उन्होंने बहुस्तरीय खेती की शुरुआत की। आकाश ने सबसे पहले टमाटर और करेला उगाकर शुरुआत की. इसके बाद उन्होंने दूसरे कॉम्बिनेशन के साथ भी एक्सपेरिमेंट किया। जल्द ही आकाश को अपनी पहली चुनौती का सामना करना पड़ा। जो खेतों में होने वाले घास और खरपतवारों की थी। इससे निपटने के बाद आकाश के सामने एक नई चुनौती सामने थी वो थी कम जगह की। जिससे निपटने के लिए आकाश ने मल्टी स्टोरेज का आइडिया खेतों में उतारा।
80 प्रतिशत तक कम पानी का होता है उपयोग
इस प्रकार के मॉडल में खुले मैदान की तुलना में 80 प्रतिशत कम पानी का उपयोग होता है। इसके अलावा, फसलों की कई परतें पानी को सूखने से रोकती हैं। एक ही स्थान पर चार प्रकार की फसलें उगाने से किसान की आय में वृद्धि होती है। इस तकनीक की मदद से आकाश खुद सालाना 30 लाख रुपए तक कमाते हैं। आकाश ने लगभग 80,000 किसानों को इस तकनीक का प्रशिक्षण दिया है। इसके अलावा उन्होंने 12 लाख अन्य किसानों को मल्टीलेयर फार्मिंग के बारे में बताया है। मल्टी लेयर फार्मिंग के लिए आकाश को कई अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है। also read : इस पेड़ की खेती से होगा लाखो का मुनाफा,जानिए इसके बारे में