इस विशेष श्रेणी के फल की विदेशों तक बढ़ रही है डिमांड, एक बार खेती कर ली तो कभी नहीं होगी पैसो की कमी

 
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किनोवा एक विशेष श्रेणी का फल है जिसे सुपर मगर ग्रेन के नाम से जाना जाता है। इसकी खेती कर किसान कम समय में कम लागत में अधिक में मोटा मुनाफा कम सकता है हालाँकि इसकी खेती के लिए कुछ बातों का ख्याल रखने की जरूरत है। आपको बता दे, किनोवा की खेती अन्य फसलों की तरह नहीं होती है इसके लिए किसानो को अपने खेत को अलग से तैयार करने की जरूरत है इसकी डिमांड विदेशो तक देखने को मिल रही है। हरा, लाल और बैंगनी पौधों वाली ये फसल किसानों के लिए अमृत से कम नहीं है। तो आइए जानते है इसकी खेती करनी की विधि के बारे में जानते है। 

क्या है किनोवा ? 
किनोवा एक तरह की फसल होती है जो अमेरिका की एन्डीज की पहाड़ियों में मिलता है इसे आप बथुवा कुल का पौधा माना जाता है हालाँकि ये बथुसा से बिल्कुल अलग है। जिस तरह बथुआ की पत्तियों का इस्तेमाल होता है वहीं इसके बीजो का काम में लिया जाता है। यह वैसे ही होता है जैसे गेंहू और धान होते है इसे कूट अनाज के नाम से भी जाना जाता है इसके अंदर भरपूर  प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, विटामिन्स और खनिज मिलते है। 

खेती करने की विधि 
किनोवा की खेती करने की तकनीक के बारे में जानते है। दरअसल, इसकी खेती दक्षिण अमेरिका की पहड़ियो में होती है लेकिन धीरे धीरे इसे दूसरे देशो में उअगय जा रहा है। भारत में भी किसान इसकी तरफ ज्यादा ध्यान दे रहे है क्योकि इसकी विदेशो तक मांग हो रही है। यह काफी अच्छी कीमत में मिल जाती है। इसकी खेती के लिए किसानों को 18 से 24 डिग्री के तापमान की जरूरत होती है इसके साथ ही इसकी खेती के लिए भुरभुरी मिट्टी की जरूरत होती है। also read : 
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