फूलगोभी की ये दो किस्में देगी सलाना देगी बंफर कमाई, जान लीजिए खेती के लिए उपयुक्त भौगोलिक दशाए

हमारे देश में ज्यादातर किसान सब्जियों की खेती करती है ऐसे में किसानों को सब्जियों के द्वारा तगड़ी कमाई होती है इनमे से फूलगोभी भी एक महत्वपूर्ण फसल है। आमतौर पर फूलगोभी सर्दियों के मौसम में उगाई जाती है लेकिन आजकल इसकी कुछ उन्नत किस्में आ गयी है जिसने किसी भी सीज़न में उगाया जा सकता है उनमें से एक फूलगोभी की फसल भी एक है।
क्षेत्रफल और उत्पादन की दृष्टि से फूलगोभी पंजाब की तीसरी सबसे महत्वपूर्ण फसल में से एक है। फूलगोभी की खेती मुख्य रूप से सर्दियों में होती है, लेकिन उचित किस्म के चयन के साथ इसे लगभग पूरे वर्ष उगाया जा सकता है। फलियाँ तैयार होने पर तापमान 23°C और फूल बनने पर 17-20°C होना चाहिए। फूलगोभी को सभी तरह की मिट्टियो में बोया जा सकता है।, लेकिन रेतीली से बलुई दोमट मिट्टी में इसकी खेती सबसे अच्छी होती है।
फूलगोभी के उन्नत प्रकार
जानकारी के अनुसार पत्तागोभी की खेती करते समय इसकी सही किस्म का चयन करना बेहद जरूरी होता है ताकि इसके फूल छोटे न आए। पंजाब कृषि विश्वविद्यालय ने पत्तागोभी की दो किस्मों पूसा स्नोबॉल- 1 और पूसा स्नोबॉल के-1 को खोज की है जो काफी अच्छा उत्पादन देती है।
फूलगोभी की बुआई, बीज की मात्रा एवं अंतर
फूलगोभी की बुवाई के लिए वैसे तो जून से जुलाई का समय सही रहता है लेकिन मुख्य मौसम की फसल के लिए अगस्त से मध्य सितंबर और देर से आने वाली फसल के लिए अक्टूबर से नवंबर का पहला सप्ताह पहले से तैयार धान को उखाड़ने और रोपने के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है। अगेती फसल के लिए 500 ग्राम बीज और पछेती तथा मुख्य किस्मों के लिए 250 ग्राम बीज एक एकड़ फूलगोभी लगाने के लिए पर्याप्त होते है। अगेती और पछेती फसलों के लिए लाइनों और पौधों के बीच की दूरी 45 x 30 सेमी रखें और मुख्य फसल के लिए लाइनों और पौधों के बीच की दूरी 45 x 45 सेमी रखें।
फूलगोभी के लिए जल एवं खरपतवार नियंत्रण
खेत में फूलगोभी की फसल को बौने के तुरंत बाद पहला पानी चलाए , ताकि पौधे जड़ पकडे और कम मरे। इसके बाद मिटटी के टाइप और मौसम के आधार पर गर्मियों में 7-8 दिनों और सर्दियों में 10-15 दिनों के अंतराल पर सिंचाई कर सकते है। पूरी फसल के दौरान करीब ८ से 10 बार सिंचाई की जानी चाहिए। अच्छी फसल के लिए खरपतवार मुक्त होना बहा जरूरी होता है जिसके लिए समय समय निराई-गुड़ाई की जानी चाहिए।
फूलगोभी की फसल काटना
जब फूल विपणन योग्य आकार के हो जाएं, उन्हें काट देना चाहिए। तोड़ने में देरी के परिणामस्वरूप फूल बिखर जाते हैं और विपणन योग्य नहीं रह जाते हैं। विपणन टोकरियों में रखें। इससे किसान गोभी की खेती से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें इसकी पूरी जानकारी रूमा देवी, सब्जी विज्ञान विभाग द्वारा दी गयी है। इसका स्त्रोत पंजाब कृषि विश्वविद्यालय है। also read : बारिश के मौसम में बकरियों की देखभाल के लिए करे ये जरूरी काम, नहीं रहेगा बीमरियों का खतरा