बरसात के मौसम में सब्जियो की खेती करने के लिए नर्सरी को ऐसे करे तैयार

 
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रबी का सीजन खत्म होने के बाद जायद सीजन अपने पीक पर है।मसलन ,गर्मी शुरू हो गई है।ऐसे में किसान गर्म का सीजन खत्म होने का इंतजार कर रहे है।किसानो का ये इंतजार बरसात का है।असल में पहली बारिश के बाद से ही फसलों की बुआई का काम चालू हो जाता है।बरसात के मौसम में बहुत साडी सब्जियों की खेती की जाती है,लेकिन इनकी खेती से पहले नर्सरी तैयार करना जरुरी है।अगर किसान अच्छी नर्सरी से तैयार पौधा रोपिग तो उन्हें बरसात में सब्जियों से अच्छी उपज हासिल होगी। also read : विदेश से बेटे द्वारा बताए गए आइडिया से शुरू की महोगनी की खेती, अब हो करोड़ो की कमाई

जगह का चुनाव सबसे अहम 
भारतीय सब्जी अनुसंधान संसथान वाराणसी के सब्जी विघ्याँ के प्रदान ने किसान से बातचीत करते हुए बताया की बरसात में बम्पर उपज मिल सके,इसके लिए किसान जून से लेकर अगस्त तक नरस्राई तैयार कर सकते है।उन्होंने बताया की बरसात के मौसम नर्सरी समतल क्यारियों की जगह उठी हुई क्यारियों में तैयार करनी चाहिए। सहीजगह नर्सरी लगाते है। वहा पानी नहीं भरना चाहिए ,अगर बारिश के कारन जलभराव हो तो उसके निकासी की भी सही व्यवस्था करनी चाहिए। 

मिटटी का उपचार करे 
स्वस्थ पोधो को लगाने के लिए मिटटी को बीमारियों और कीटो से मुक्त रखना चाहिए।इसके लिए भीशोधन मृदा विधि करना चाहिए।जिससे की भूमि जनित बीमारियों से नर्सरी पौध का नुकसान नहीं हो।इसके नर्सरी बुबाई से 4- से 5 सप्ताह पहले करना चाहिए।सबसे पहले जमीं की अच्छी मिटटी पलटने वाले हल से जुताई कर ले।नर्सरी को खुला छोड़े। 

सब्जी नर्सरी क्यारिया बनाये 
नर्सरी ब्रेड के लिए प्रति वर्ग मीटर मिटटी में 2 किलो सड़ी हुई खाद या 500 ग्राम वर्मीकम्पोस्टर डाले।अगर मिटटी है तो व्रती वर्ग 2 से 3 किलो रेट डाले क्यारिया की चौड़ाई एक मीटर रखे।लेकिन यह मीटर से ज्यादा न हो ,नर्सरी में निराई गुड़ाई पौधे के बिना नुकसान पहुंचाए किया जा सके।