Top 5 Varieties of Peas : मटर की 5 उन्नत किस्में, प्रति हेक्टयेर में देती है 50 किवंटल तक की पैदावार

 
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यदि आप भी किसान है और मटर कि खेती करने के बारे में सोच रहे है तो आपके लिए जरूरी है मटर की उन्नत किस्मों का चुनाव किया जाए। ऐसे में आज हम आपको मटर की 5 उन्नत किस्मों के बारे में बताने जा रहे है। इनमें काशी नंदनी, काशी उदय, काशी अगेती, काशी मुक्ति आदि किस्मों को शामिल किया गया है ये किस्में 50 से 60 दिन में पककर के तैयार हो जाती है इसके साथ ही ये किस्में प्रति हेक्टेयर में 40 से 50 क्विंटल उपज देने में सक्षम है। 

मटर की पांच उन्नत किस्में 
काशी नंदनी-  मटर की काशी नंदनी किस्म जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तरांचल, पंजाब, उत्तर प्रदेश, झारखंड और कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल में मुख्य रूप से की जाती है। यह किस्म वाराणसी के काशी नंदिनी भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान के द्वारा विकसित की गई है। इस किस्म के पौधे 45-50 सेमी लंबे होते हैं। मटर की यह किस्म 60 से 65 दिन में पककर तैयार हो जाती है। इस किस्म को किसान इस किस्म से 5 से 6 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उपज प्राप्त कर सकते हैं। 

काशी उदय मटर के काशी उदय किस्म के पौधे पूरी तरह से हरे रंग के होते हैं। मटर की यह किस्म किसान को प्रति एकड़ 35 से 40 क्विंटल तक पैदावार देने में सक्षम है। मटर की इस किस्म की खासियत यह है कि किसान इसे एक नहीं, बल्कि दो से तीन बार की अच्छी तुड़ाई कर सकते हैं। 

काशी मुक्ति किस्म
इस किस्म की मटर खाने में काफी अधिक मीठी होती है, जिसके चलते बाजार में इसकी मांग सबसे अधिक होती है। लेकिन मटर की काशी मुक्ति किस्म देर से पककर तैयार होती है। इस किस्म से किसान प्रति एकड़ 50 कुंटल तक ले सकते है। 

काशी अगेती किस्म 
मटर की यह किस्म भी खाने में काफी अधिक मीठी होती है। इस किस्म के मटर का औसत वजन 9-10 ग्राम होता है। खेत में यह किस्म 55-60 दिन में पककर तैयार हो जाती है। किसान काशी अगेती किस्म से प्रति एकड़ 40-45 क्विंटल तक पैदावार प्राप्त कर सकते हैं। also read
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