खाद्य सुरक्षा और पोषण को बेहतर करती है शहरी बागवानी, नहीं होता है प्रकृति का नुकसान

साल 2050 तक शहरों की जनसंख्या 10 बिलियन तक पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है यह एक चौका देना वाला आकड़ा है क्योकि भविष्य को ध्यान में रखते हुए इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है ऐसे में बेहतर एंथ्रोपोसीन को आकार देने की दिशा में खाद्य उत्पादन को शहरी वातावरण के ढांचे में सीधे एकीकृत करना महत्वपूर्ण घटक माना जा रहा है। ऐसे में लोग शहरी बागवानी पर विचार कर रहे है। शहरी क्षेत्र में बढ़ती हुई जनसंख्या के कारण इस तरह की मांगो को पूरा करना बेहद जरुरी हो गया है बढ़ती हुई जनसंख्या और रोजगार के लिए लोग शहरों की तरफ पलायन कर रहे है लेकिन शहरों में ताजे फल और सब्जी की मांग पूरी नहीं हो पा रही है। शहरों में जनसंख्या के सामने भोजन और पोषक तत्वों की समस्या बढ़ रही है इस समस्या को कम करने के लिए शहरी बागवानी एक महत्वपूर्ण सुविधा साबित हो रही है तो आइए जानते है ये खाद्य सुरक्षा और पोषण संबंधी संभावनाओं को सुधारने में सहायता करती है।
कुछ वर्षो में जलवायु परिवर्तन और शहरी इलाकों में स्थायी खाद्य आपूर्ति के कारण शहरी बागवानी कृषि में लोगो की रूचि अधिक बढ़ गयी है कोविड-19 जैसी महामारी में इसका महत्व और भी ज्यादा बढ़ गया है जिसने विश्व स्तर पर खाद्य असुरक्षा को जन्म दिया है। इसके साथ ही उच्च गरीबी दर, कुपोषण, अवरुद्ध विकास और दुनिया भर में बढ़ती आबादी ने शहरी बागवानी के महत्व को बढ़ा दिया है।उच्च गरीबी दर, कुपोषण, अवरुद्ध विकास और दुनिया भर में बढ़ती आबादी ने शहरी बागवानी के महत्व बढ़ता जा रहा है। आज हम आपको यहाँ पर बागवानी के महत्व और सुरक्षा के बारे में बता रहे है तो आइए जानते है।
शहरी बागवानी का महत्व
शहरी बागवानी शहरी इलाकों में की जाती है जिसमे वनस्पति पौधों, फूलों और सब्जियों की खेती की जा सकती है यह एक शहरी क्षेत्र के नागरिकों को स्वदेशी और स्वयंनिर्भर बनाने में मदद करता है। शहरी बागवानी खद्य सुरक्षा और पोषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
स्वयं की खाद्य सुरक्षा
शहरी बागवानी नगरीय क्षेत्रों में खाद्य सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। लोग अपने खुद के बगीचे में सब्जियां और फल उगा सकते हैं, जिससे खाद्य संसाधनों का संरक्षण का महत्व बढ़ रहा है और नागरिकों को भोजन की सुरक्षा मिलती है। इसके साथ ये ताजा सब्जिया और फल की पूर्ति भी हो जाती है।
पोषण संभावनाएं सुधारना
शहरी बागवानी विभिन्न प्रकार के स्वस्थ और पोषण से भरपूर पौधे उगाने में मदद करती है। शहरी बागवानी के तहत उगाई जनि वाली सब्जियों में विटामिन और मिनरल्स की भरपूर मात्रा पाई जाती है।
पर्यावरण का संरक्षण
शहरी बागवानी शहर की हरियाली बढ़ाने और शहर के वातावरण को स्वच्छ और शुद्ध रखने में मदद करती है। पौधों में कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करने से पर्यावरण के लिए फायदेमंद होता है। इसके साथ वाहनों से निकलने वाले धुए को अवशोषित करने में मदद करता है। लेकिन पादपों के चयन के दौरान आपको विशेष ध्यान रखना चाहिए। also read : फसलों में तेजी से हो रहे है कीटनाशक के इस्तेमाल से घट रही है मधुमक्खियाँ की संख्या, नहीं हो रहा है परागण