Success Story : 5 रूपये से शुरू कर काकाजी ने बनाया 2500 करोड़ का साम्रज्य ,

जब में पांच छह साल पहले देस्ग विदेश में मशहूर ' बीकानेरवाला ' ब्रांड के सस्थापक लाला केदारनाथ अग्रवाल उर्फ़ काकाजी से उनके करोल बाग़ वाले घर पर मिला था।मुझे भूख नहीं थी फिर भी 'अतिथि देवो भव ' को साकार करते हुए खदु काकाजी ने मुझे एक एक बैत तोड़कर खाना खिलाया था।डाइनिंग टेबल पर ही उन बाल्टी में पांच रूपये के रसगुल्ले बेचने से लेकर बीकानेरवाला के 2500 करोड़ रूपये से ज्यादा के सफर के बारे में बातचीत हुई थी। also raed : जानिए, आखिर क्यों नहीं होते है 5 स्टार होटल में सीलिंग फैंस, सच्चाई जानकर नहीं हो पाएगा यकीन
बीकानेर से कोलकाता और मुंबई होते हुए दिल्ली आये
काकाजी 1955 में वह राजस्थान के बीकानेर से अपने बड़े भाई सत्यनारायण अग्रवाल के साथ कोलकाता और मुंबई से होते हुए दिल्ली आये थे।यहाँ उनका कोई ठिकाना नहीं है।किसी जानकर के माध्यम से पुरानी दिल्ली में संतलाल खेमका धर्मशाला में दोनों भाई ठहरे थे।शुरू में पराठे वाली गली में फिर 1956 में नई सड़क पर एक अलमारी किरयेपर मिली।दिल्ली में सबसे पहली दुकान 1962 में मोती बाजार में हुई। आज बीकानेरवाला और बिकानो के देश विदेश में 200 से ज्यादा आउटलेट है।
बाल्टी भरकर बेचते थे रसगुल्ले
काकाजी ने बताया था की शुरुआत में वह बाल्टी में रसगुल्ले भरकर और कागज की पुड़िया में बीकानेरी भुजिया और नमकीन बांधकर बेचते थे। दिन भर में लगभग पांच रूपये लो कमाई होती थी। जिसमे वह बहुत खुश हो जाते थे। पांच रूपये की यह कमाई आज 2500 करोड़ रूपये से भी ज्यादा की टर्नओवर के रूप में पहुंच गयी।उनके इतनी जल्दी हिट होने के पीछे का भी एक बड़ा कारण दीवाली रही।