क्या आप जानते है सड़क पर लगे इन 'स्टड रिफ्लेक्टर' का सही काम....नहीं तो यहाँ जानिए

सड़क हादसों को रोकने के लिए देश में कई क़ानून बने हैं। ट्रेफिक नियम वाहन बनाने वाली कम्पनियों पर लागू होते हैं। इसके असली मकसद की बात की जाए तो उनमें से एक है सड़क पर स्टड रिफ्लेक्टर' का लगाना।
सड़कों पर लगे ये रिफ्लेक्टर क्या काम करते हैं
जब कभी भी आप सड़कों पर वाहन लेकर निकलते हैं। तो आपको कुछ जगहों पर पीले या लाल रंग के सड़क के पट्टी पर कुछ प्लास्टिक का लगा हुआ दिखाई देता होगा। उसे स्टड रिफ्लेक्टर' कहा जाता है। इस रिफ्लेक्टर' का सही काम रात को होता है वहीं कोहरे के समय सड़क का दायरा पता लगाने के लिए लोग सफेद पट्टी और रिफ्लेक्टर का इस्तेमाल करते हैं।
दो तरह के हो सकते हैं रिफ्लेक्टर्स
रिफ्लेक्टर्स दो तरह के हो सकते हैं जो सड़क पर दिखाई देते हैं जिनमें से एक को एक्टिव रिफ्लेक्टर' कहा जाता है और दूसरे को पेसिव रिफ्लेक्टर' कहा जाता है। इसमें से एक रिफ्लेक्टर्स में तो सिर्फ रेडियम की वजह से लाइट दिखाई देती है। जबकि एक में लाइट के लिए एलईडी लगी होती है।
क्या होते हैं पैसिव रिफ्लेक्टर्स
पेसिव रिफ्लेक्टर्स वह होते हैं जो रेडियम वाले रिफ्लेक्टर्स होते हैं। इनसे रिफ्लेक्टर' में दोनों तरफ रेडियम की पट्टी लगाई जाती है और जब अंधेरे में इनके ऊपर वाहनों की लाइट पड़ती है तो यह अपने आप चमकने लगते हैं और इसमें लगी लाइट जल रही होती लेकिन इसमें लाइट नहीं जलती है। बिना किसी इलेक्ट्रिक सिटी तार के काम करते हैं। also read : इंदिरा गाँधी के लिए मास्को से भिजवाए गए थे मछली के अंडे,वायपेयी विदेशी दौरे पर साथ ले जाते है शेफ,ऐसा था खानपान का शोक
एक्टिव रिफ्लेक्टर्स
एक्टिव रिफ्लेक्टर्स जिसमें लाइट जलती रहती है। जो एलईडी लाइट के जरिए जल्दी रहती है और रात होने में यह खुद ही जलती रहती है। वही दिन होते यह खुद बंद भी हो जाती है। यह रेडियम के आधार पर नहीं बल्कि एलईडी लाइट के जरिए रोशनी देता है।