EID 2023 : ईद का त्यौहार आज,जानिए कब हुई थी इस त्यौहार की शुरुआत ??

शुक्रवार की रात चाँद दीखते ही दुनियाभर में ईद का जश्न शुरू हो गया है।कही जगह जबरदस्त आतिशबाजी के साथ ईद - उल फिटर की बधाईया देने का सिलसिला शुरू हुआ है तो भारत में चाँद का दीदार होने के बाद खरीदारी के लिए बाजार रातभर गुलजार रहे। तिस रोजा रखने के बाद बोहरा सामाज के लोगो ने एक दिन पहले ही ईद उल फ़ित्र मनाया तो आज देशभर के मस्जिदों में नमाज के बाद ईद की बधाईया देने का सिलसिला शुरू हो चूका है।ईद के मोके पर राष्टपति ड्रोपॉट मुर्मू और उपराष्टपति जगदीप धनखड़ ने देशवासियो को मुबारकबाद दी। राष्टपति मुर्मू ने कहा की ईद का त्यौहार हमें शांतिपूर्ण और समृद्ध समाज बनाने के लिए प्रेरित करता है।तो आइये जानते है ईद पहली बार कब मनाई गयी थी और इसका पैगबर मोहम्मद से क्या कनेक्शन है ?? ALSO READ : यहाँ जानिए रोटी खाने का सही समय व एक दिन में कितनी रोटी खाना होता है सही ?
कब हुई ईद मानाने की शरुआत ??
इस्लाम मान्यता के मुताबित रमजान के महीने के आखिर में पहली बार कुरान धरती पर आयी थी।मक्का से पैगंबर मोहम्मद के प्रवास के बाद मदीना में ईद उल फ़ित्र के त्यौहार की शुरुआत हुई।पैगंबर मोहम्मद ने बद्र की जंग जीती थी।इस जित का जश्न मनाने के लिए सबने उनका मुह्ह मीठा कराया था।तभी से इसको ईद उल फ़ित्र या मीठी ईद कहते है। मीठी ईद पर घर में पकवान भी मीठे ही बनते है।मीठी सेवी और मिठाई दोस्तों -रिश्तेदारों को बांटी जाती है।इसके आलावा घर आये मेहमानो को भी ये पकवान खिलाये जाते है।लोग एक दूसरे को गले लगाकर ईद की बधाई देते है।
ईद क्यों मानते है ??
इस्लाम को मानने वालो के अनुसार रमजान के महीने में रोजे रखने वालो के ऊपर अल्लाह मेहरबान होते है।इसके अलावा रोजे रखने वाले ये पाक मौका और ताकत देने के लिए अल्लाह का शुक्रिया करते है। ईद की सुबह ईदगाह में खास नमक अदा की जाती है।इसके बाद इस की मुबारकबाद का सिलसिला शुरू होता है।देश दुनिया में इस का त्यौहार को धूमधाम से मनाया जाता है।
इस के दिन लोग नए नए कपड़े पहनने है।सुबह ईद की नमाज होने के बाद दोस्तों रिश्तेदारों के सतह मिलकर ये त्यौहार मनाया जाता है।ईद को खुशिया बाँटने वाला त्यौहार कहा जाता है।ईद के दिन मुस्लिम सामज के लोग अपने करीबियों और रिश्तेदारों को सेवी और शिर खुरमा आदि लजीज पकवान बाटते है।