पूरे दिनभर में कितनी बार धोए हाथ, साबुन या लिक्विड किससे धोने चाहिए हाथ, यहाँ जानिए ?

खाना खाने से पहले एक बार साबुन से हाथ अवश्य धोने चाहिए। ये आदत हमे बचपन से ही मिलती है। लेकिन भागदौड़ भरी लाइफ में हम इस बात का ख्याल नहीं रख पाते है। एक तरफ ऑफिस में कम्प्यूटर पर उंगलियां चलती हैं और दूसरे ही पल उन्हीं हाथों से स्नैक्स भी खाते रहते हैं। इस दौरान हमारे शरीर में हानिकारक बैक्टीरिया प्रवेश कर जाता है।
कितनी बार हाथ धोएं
हाथ धोने से बैक्टीरिया का संक्रमण नहीं होता है। फ्लू और फूड पॉइजनिंग से भी बचे रहते हैं। लेकिन आपसे पूछा जाए कि आप दिनभर में कितनी बार हाथ होते हैं? 5, 10, 15 बार या उससे अधिक। आपने इस पर ध्यान नहीं दिया होगा। जवाब ये है कि हर दिन एवरेज लोग 8-10 बार हाथ धोते हैं। खाना खाने से पहले और टॉयलेट जाने के बाद तो यह जरूरी रहता है। लेकिन क्या इससे हाथों की साफ-सफाई पूरी हो जाती है?
जो किचन में खाना पकाते हैं, छोटे बच्चों की देखभाल करते हैं वो दूसरों के मुकाबले ज्यादा हाथ धोते हैं। इसी तरह मवेशी पालने वाले, फैक्ट्री में काम करने वाले को ऑफिस में काम करने वालों से ज्यादा हाथ धोना पड़ता है। किसी अस्पताल में काम करने वाली नर्स और डॉक्टर को दिन में कई बार हाथ धोना पड़ता है।
हाथों को कैसे धोते हैं, ये जरूरी
जब आप उन चीजों को छूते हैं जिनमें बैक्टीरिया होने की आशंका हो तो हाथ धोना चाहिए। लेकिन यह भी जरूरी है कि आप हाथ कैसे धोते हैं। अगर ठीक से हाथ नहीं धोते हैं तो उसका कोई फायदा नहीं और इन्फेक्शन होने का खतरा बना रहता है।
गर्म पानी से 10 सेकेंड हाथ धोना भी
हाथ धोने के लिए लंबे समय तक मिट्टी और राख का इस्तेमाल किया जाता रहा। फिर साबुन और लिक्विड सोप का ट्रेंड हुआ। अब सैनिटाइजर और टिश्यू हैंडवॉश का चलन है। 20 से 30 सेकेंड तक हाथ धोना भी पर्याप्त है। इससे हाथ कीटाणु रहित हो जाते हैं। जर्नल ऑफ फूड प्रोटेक्शन में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, अगर 10 सेकेंड के लिए गर्म पानी में हाथ रखते हैं तो इससे भी हानिकारक बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं।
लिक्विड हैंडवॉश से भी नहीं हटते बैक्टीरिया
कई लोग लोशन या लिक्विड हैंडवॉश का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन यह भी पूरी तरह सुरक्षित नहीं। इसके इस्तेमाल से हाथ मॉइस्चराइज हो जाते हैं। ड्राई स्किन को राहत मिलती है। बावजूद हाथ में बैक्टीरिया रह जाते हैं। सबसे बेहतर तरीका है साबुन से हाथ धोना। हालांकि इस्तेमाल किए गए साबुन को कोई दूसरा प्रयोग में न लाए, इसका ध्यान रखना चाहिए। मिट्टी या राख से हाथ नहीं धोना चाहिए। मिट्टी में कीटाणु छुपे रहते हैं जो हाथों में चिपक जाते हैं। इसलिए जरूरी है कि शौच के बाद साबुन से ही हाथ धोएं।
हाथ साफ नहीं करने से कौन-कौन सी बीमारियां होती हैं
अगर आपने हाथ नहीं धोए और दरवाजे का हैंडल पकड़ा है तो इस बात की आशंका अधिक रहती है कि कीटाणु से दूसरे लोग भी संक्रमित हो जाएं। हैंडवॉश नहीं करने से सबसे तेजी से नोरो वायरस फैलता है। इससे गैस्ट्रोएंटोराइटिस होने का खतरा रहता है। डायरिया, उल्टी, पेट दर्द होने लगता है। सांस से जुड़ी बीमारियां भी हो सकती हैं।
हाथ धोना ही नहीं, ठीक से सुखाना भी जरूरी
जितना हाथ धोना जरूरी है उतना ही ठीक से सुखाना भी। बैक्टीरिया भीगे हाथों में बने रह सकते हैं। आजकल हॉट एयर हैंड ड्रायर और क्लॉथ रोलर टॉवल का इस्तेमाल बढ़ा है लेकिन ये घरों में प्रयोग में लाए जाने वाले तौलिए से ज्यादा हाइजीनिक नहीं होते। एयर हैंड ड्रायर में डस्ट और बैक्टीरिया छुपे होते हैं। इनका इस्तेमाल करने पर ये डस्ट और बैक्टीरिया हवा में तैरने लगते हैं। फिर ये सांसों के जरिए हमारे फेफड़ों में चले जाते हैं। इसलिए सूखे तौलिये से हाथ पोछना बेहतर है। also read : अगली बार ATM से पैसे बाहर निकालते समय गलती से भी न करे ये गलती, आपका अकाउंट हो सकता है खाली