Partenting tips :परीक्षाओ को लेकर बच्चो को होने लगा है तनाव,तो उसे टेंशन फ्री रखने के लिए अपनाए इन सरल टिप्स को

 
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मार्च का महीना शुरू हो गे है।यह महीना परीक्षा का महीना होता है।बच्चे अक्सर परीक्षा के दौरान तनाव से घिरने लगते है।जैसे जैसे उम बढ़ती है वैसे वैसे यह चिंता भी बढ़ने लगती है।बच्चो को इस चिंता में डूबे देख माता पिता का खून सूखता है।लेकिन चिंता बच्चो की तबियत और कभी कभी ग्रेड्स खराब करने के अलावा और कुछ नहीं करती है।इस चिंता से बहुत बीमार होने लगते है और बहुत ऐसे भी है जिन्हे पढाई में ध्यान केंद्रित करने में मुश्किलें आती है।ऐसे में यहाँ पेरेंट्स के लिए कुछ टिप्स है जिनकी मदद से वे अपने बच्चो को परीक्षा से पहले तनावमुक्त रख सकते है। जिससे वे अपनी पढाई पर ध्यान दे सके और चिंता को कम कर सके।तो चलिए जानते है इनके बारे में 

बच्चो को परीक्षा के दौरान कैसे रखे तनावमुक्त 

स्ट्रेस और एंजाइटी को समझे 

बच्चे को यह कहना की वह बिना बात चिंता ले रहा है या इस अकेले को ही पेपर देने की चिंता खाये जा रही है,समस्या का समाधान नहीं है।इससे बच्चा और ज्यादा चिंता में डूबने लगेगा और उसकी समस्या का कोई हल नहीं निकलेगा।आप बच्चे से बात करे उसे कहे की वह तनाव में जरूर है और एंजाइटी महसूस हो सकती है,लेकिन इसका मतलब यह नहीं है की वह तनाव को खुदपर हावी होने दे।आपका साथ बच्चे को संतुष्ट जरूर करेगा।

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खुद रहे स्ट्रेस से दूर 

बच्चे का तनाव दूर करने से पहले आपको अपने तनाव को खत्म करना होना।किसी भी परेशानी से बच्चा तब निकलना सीखेगा जब वह अपने माता पिता को हर समस्या से लड़ता देखेगा।अगर आप भी बच्चे की चिंता को लेकर चिंतित रहेंगे तो उस चिंता का सिलसिला चलता ही रहेगा और कोई किसी की मदद नहीं कर पाएगा।इसलिए अपना दिमाग ठंडा रखकर बच्चे की परेशानी दूर करने की कोशिश करे। also read : कार में सफर करने से लगता है डर,तो फॉलो करे इन सरल टिप्स को और हो जाये टेंशन फ्री

किसी से तुलना नहीं करे 

बच्चा पढाई करता है या नहीं करता है,वह तनाव लेता है या नहीं लेता और वह परीक्षा को लेकर कितना गंभीर है और कितना नहीं इसपर उसकी दूसरे लोगो से तुलना करने से बचे। बच्चे को एग्जाम के समय इस तरह की बाते काफी ज्यादा चिंतित कर देती है।