अंतरिक्ष में कदम रख चुकी, देश को चलाने में निभा रही है प्रमुख भूमिका महिलाएं, फिर भी इन जगहों पर नहीं पा सकती है एंट्री

 
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आज तक कई महिलाओं ने यह साबित कर दिखाया है वह किसी पुरुष से कम नहीं है। महिलाओं ने आज तक देश चलाने से लेकर समाज, सेना, व्यापार, शिक्षा समेत हर क्षेत्र में अपना परचम लहराया है। महिलाओं के इस योगदान के वजह से आज दुनिया सही दिशा में चल रही है लेकिन इसके बावजूद भी क्या आप जानते है कि दुनिया में 5 ऐसी जगह है जहां महिलाओं का जाना वर्जित नहीं है। और खास बात यह है कि ये सभी जगह घूमने की है। इसके बावजूद भी महिलाए इन जगहों पर नहीं जा सकती है। आज इस पोस्ट के जरिए हम आपको इन जगहों के बारे में जानकारी देने जा रहे है। 

बर्निंग ट्री क्लब, अमेरिका
अमेरिका के इस क्लब में अमीर लोग कई तरह के फन गेम्स खेलने के लिए आते हैं और क्वालिटी टाइम एंज्वॉय करते हैं। लड़कियों का इस क्लब में जाना वर्जित रखा गया है। ऐसा करने के पीछे की कोई खास वजह आज तक नहीं बताई गई है। हालांकि कभी-कभार यहां पर लड़कियों और महिलाओं को एंट्री दे दी जाती है लेकिन बाकी समय में उन पर बैन ही रहता है। 

माउंट एथोस, ग्रीस
यह यूरोपियन देश ग्रीस में ऊंची पहाड़ी माउंट एथोस पर बनी एक जगह है। वहां पर कई ईसाई पादरी रहते हैं और बाइबल पढ़ते रहते हैं।  उन पादरियों ने वहां पर महिलाओं का जाना प्रतिबंधित कर रखा है। उनका कहना है कि महिलाओं के उस पहाड़ी पर पहुंचने की वजह से उनके ज्ञान का मार्ग धीमा हो जाएगा। इसलिए वहां पर किसी भी लड़की या महिला को नहीं जाने दिया जाता है। 

ईरान के स्पोर्ट्स स्टेडियम
ईरान एक कट्टर मुस्लिम देश है. वहां पर स्टेडियम में महिला दर्शकों की एंट्री दशकों से बैन है. ईरानी सरकार का मानना है कि पुरुषों को शॉर्ट्स में फुटबॉल या दूसरे खेल खेलते हुए देखने से महिलाओं पर खराब असर पड़ता है। इससे उनकी इस्लाम पर आस्था कमजोर हो सकती है। इसके चलते वहां पर वर्ष 1979 से महिलाओं पर ये प्रतिबंध लगा हुआ है। 

सबरीमाला, भारत
अब भारत की बात करते हैं। केरल में बने सबरीमाला मंदिर में 10 से 50 साल तक की महिलाओं का जाना प्रतिबंधित है। वहां पर मीनोपॉज होने के बाद ही महिलाओं को एंट्री दी जाती है। इसकी वजह ये बताई जाती है कि सबरीमाला मंदिर में विराजमान अयप्पा स्वामी ब्रह्मचारी हैं, लिहाजा कोई महिला वहां नहीं जा सकती है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट अब इस मंदिर में महिलाओं को प्रवेश का आदेश दे चुकी है। 

पतबौसी मंदिर, असम
यह मंदिर असम में बना हुआ है। यहां पर भी 12 से 45 साल की महिलाओं को प्रवेश नहीं दिया जाता है। मंदिर प्रबंधन का मानना है कि जिन महिलाओं को पीरियड आते हैं, उनके मंदिर में जाने से शुद्धता प्रभावित हो जाती है। लिहाजा उन्हें आने से रोकने के लिए वहां पर महिलाओं पर प्रतिबंध लगाया गया है। also read : 
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