भारत में रेल का इतिहास 160 साल से ज्यादा पुराना-

आजादी के पहले शुरू हुई यह ट्रेन आज भी चल रही है। आज के समय में पंजाब मेल सेंट्रल रेलवे जोन में आती है और मुंबई और फिरोजपुर के बीच चलती है।
देश की पहली ट्रेन
हमारे देश की पहली ट्रेन रेड हिल रेलवे 1837 में और पहली यात्री रेल 16 अप्रैल 1853 को चली थी। पंजाब मेल (1 जून 1912) :- पंजाब मेल को पहले पंजाब लिमिटेड के रूप में जाना जाता था। पिछले साल 1 जून 2022 को इस ट्रेन ने अपने 110 साल पूरे किए। ग्रैंड ट्रंक एक्सप्रेस (1 अप्रैल 1929) :- जीटी एक्सप्रेस या ग्रैंड ट्रंक एक्सप्रेस भी भारत की सबसे पुरानी ट्रेनों में से एक है. शुरुआत में यह पेशावर से मैंगलोर तक चलती थी और इसकी पूरी यात्रा में लगभग 104 घंटे का समय लगता यह। यह देश के सबसे लंबे रेलमार्गों में शामिल था। फ्रंटियर मेल (1 सितंबर 1928) :- 'फ्रंटियर मेल' रेलगाड़ी पंजाब मेल चलने के लगभग 16 साल बाद, सितंबर 1928 को चली थी।
सितंबर 1996 में फ्रंटियर मेल का औपचारिक रूप से नाम बदलकर 'गोल्डन टेम्पल एक्सप्रेस' कर दिया गया। साल 1934 में इस ट्रेन में एयर कंंडीशनर लगाए गए थे। तब यह भारत की पहली वातानुकूलित बोगी वाली ट्रेन बनी थी। बॉम्बे पूना मेल (21 अप्रैल 1863) :- बॉम्बे-पूना मेल 1869 में पहली बार चली थी. यह मुंबई और पुणे के बीच शुरू हुई पहली इंटरसिटी ट्रेन थी। माना जाता है कि यह ट्रेन रॉयल मेल ले जाने वाली और ब्रिटिश साम्राज्य की बेहतरीन ट्रेनों में से एक थी। कालका मेल (1 जनवरी 1866) :- कालका मेल ट्रेन 1866 में 01 अप और 02 डाउन नंबर प्लेट के साथ "ईस्ट इंडियन रेलवे मेल" के रूप में पटरी पर उतरी थी।