कुछ साल पहले मानसिक तनाव से जूझ रहे थे स्ट्रोक्स ,2016 में 1ओवर में 19 रन देकर ट्रॉफी गवाई,अब 6 साल बाद वही किताब जीता

 
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आपको बता दे 13 अप्रेल 2016 मैदान कोलकाता का ईडन गार्डन। टी 20 वर्ल्ड कप का फ़ाइनल खेला जा रहा था।इग्लेंड को वर्ल्ड कप जितने के लिए 6 बॉल में 10 रन बचाने थे। इस टुर्नाम्नेट में 4 विकेट लेने वाले इग्लिश गेंदबाज को कप्तान ने गेंद सोपि।सामने थे वेस्टइंडीज के कॉलर्स बेथवेट। उन्होंने लगातार 4 गेंदों पर 4 छक्के लगाए और मैच खत्म किया। ऐसे में गेंदबाज हताश वो मैदान में सिर पकड़ कर बैठ गया। टीम के बाकि प्लेयर्स उसे संभालने लगे।वर्ल्ड कप जितने का मौका इग्लेंड के हाथो से निकल गया। 

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वही बात करे तो 6 साल बाद यानी की 13 नवंबर 2022 और मैदान मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड। मौका फिर टी 20 वर्ल्ड कप के फ़ाइनल का था। 138 रन के टारगेट का पीछा करने में इग्लेंड ने चौथे ही ओवर में 2 विकेट गवा दिए। इस मुकाबले में कुल 58 रन बनाने बेटर को क्रीज पर भेजा गया। बेटर ने 49 बॉल पर 52 की नॉट आउट पारी खेली और टीम को वर्ल्ड कप जीता दिया। 2016 में फ़ाइनल हारने वाली टीम 6 साल बाद बाजी पलटी और अब वो वर्ल्ड कप चैम्पियन है। 6 साल पहले जो गेंदबाज 6 बॉल पर 19 रन नहीं बचा सका था। उसी प्लेयर ने इस बार के फ़ाइनल में 52 रन की  बेहतरीन पारी खेली और विनिंग शॉट जमाया। ये और कोई नहीं इग्लेंड ऑलराउंडर बेन स्टोक्स है। 2016 में हार के बाद निराश बेन स्टोक्स ने कैसे खुद को मेंटली स्ट्रांग बनाया। कैसे स्ट्रोक्स ने इग्लेंड को 2019 में 50 ओवर का वर्ल्ड कप की ट्रॉफी अब 2022 में टी 20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी दिलाई। 

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आपको बात दे 2020 में स्ट्रोक्स कुछ महीनो के लिए क्रिकेट से दूर हो गए। तब उनके पिता जेड स्ट्रोक्स ब्रेन कैंसर से जूझ रहे थे। इसी साल उनके पिता की मौत हो गयी और स्ट्रोक्स डिप्रेशन में चले गए। वह जुलाई 2021 में लोटे और इग्लिश वनडे टीम की कमान संभाली।लेकिन मेंटल हेल्थ को ध्यान में रखते हुए उन्होंने अगस्त में क्रिकेट से ब्रेक ले लिए।स्ट्रोक्स का कहना था 'पिता ने ही क्रिकेट और स्पोर्ट्स के लिए इंस्पायर किया। उनके जाने के बाद वह डिप्रेशन में चले गए। इससे उबरने के लिए क्रिकेट से ब्रेक जरुरी था।