क्या TV देखते समय कमरे की लाइट ऑफ होनी चाहिए या ऑन, जानिए इसका नुकसान

इन दिनों हर एक घर में स्मार्ट टीवी आसानी से मिल जाता है इन स्मार्ट टीवी के आ जाने के कारण डिस्प्ले क़्वालिटी में भी अंतर आ गया है
 
zxzx

इन दिनों हर एक घर में स्मार्ट टीवी आसानी से मिल जाता है इन स्मार्ट टीवी के आ जाने के कारण डिस्प्ले क़्वालिटी में भी अंतर आ गया है कोई OLED डिस्प्ले तो कोई pOLED के साथ में आते है। मार्केट में हर रेंज के टीवी आसानी से मिल जाते है जिनके डिस्प्ले का एक्सपीरिएंस किया जा सकता है। कुछ लोग टीवी देखते समय लाइट ऑन करके रखते है वहीं कुछ ऐसे भी लोग होते जो टीवी देखने के लाइट को ऑफ करके रखते है ऐसे में हमारे मन में एक सवाल हमेशा बना रहता है टीवी देखने के दौरान लाइट को क्या ऑन और ऑफ करके रखना चाहिए। 

कुछ लोग लाइट ऑफ करके टीवी देखते है जिसका एक कारण सिनेमा जैसी फील भी हो सकता है आपने सिनेमा हॉल में देखा होगी ज्यादातर लोग लाइट ऑफ करके ही टीवी देखते है इससे उनका फोकस मुख्य स्क्रीन पर अधिक होता है और किसी अन्य चीज से ध्यान नहीं भटकता है। अँधेरे में टीवी देखने से पिक्चर क्वालिटी भी बेहतर हो जाती है। 

ज़्यााद लाइट में टीवी देखा तो क्या होगा?
कई लोग अंधेरे में टीवी देखना इसलिए पसंद करते हैं ताकि टीवी पर रोशनी न पड़े। अगर आपने कभी तेज रोशनी वाले कमरे में टीवी देखा है और टेलीविजन में एक रिफ्लेक्टिव पैनल है, तो स्क्रीन पर लाइट ज़्यादा पड़ती है, और इससे टीवी पर कुछ भी देखने में परेशानी होती है। अंधेरे कमरे में तेज रोशनी वाली स्क्रीन देखने में समस्या यह है कि अंधेरे वातावरण को एडजस्ट करने के लिए आपकी आंखों की पुतलियां फैल जाएंगी। अंधेरे में टीवी देखने में समस्या यह है कि कमरे में रोशनी और अंधेरे के बीच अंतर के कारण थोड़ी देर बाद आपकी आंखों पर दबाव पड़ना शुरू हो सकता है। 
इसलिए सलाह दी जाती है कि टीवी को न बहुत अंधेरे और न ही बहुत तेज रोशनी में देखना चाहिए। कमरे में हल्की रोशनी हो तो आंखों पर ज़्यादा जोर नहीं पड़ता है।