इंटरनेट स्पीड के मामले में भारत से आगे ये देश, जानिए भारत का कौनसा है स्थान

इंटरनेट और मोबाइल के बिना आज हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते है। कुछ ही दिनों में इंटरनेट हमारे लाइफ का भिन्न अंग बन गया है। आज हम इंटरनेट स्पीड के मामले में 4जी को अलविदा कहते हुए 5जी की दुनिया में कदम रख रहे हैं। मोबाइल निर्माण से लेकर इस्तेमाल और इंटरनेट के उपयोग के मामले में भारत लगातार नए रिकॉर्ड कायम रहा है, लेकिन इसके बाद भी हम इंटरनेट के मामले में नॉर्वे, यूएई और कतर जैसे देशों से भी बहुत पीछे हैं।
नॉर्वे, संयुक्त अरब अमीरात और कतर दुनिया में सबसे तेज़ औसत मोबाइल इंटरनेट कनेक्शनों का दावा करते हैं। इन देशों ने सितंबर, 2022 तक 120 एमबीपीएस से अधिक की औसत स्पीड दर्ज की है। इनमें नॉर्वे सबसे आगे था, जिसमें 126.94 एमबीपीएस की औसत कनेक्शन स्पीड दर्ज की। 126.85 एमबीपीएस की रजिस्टर्ड औसत मोबाइल कनेक्शन स्पीड के साथ संयुक्त अरब अमीरात- यूएई दूसरे स्थान पर है. कतर 124.28 एमबीपीएस स्पीड के साथ तीसरे स्थान पर है। 116.42 एमबीपीएस स्पीड के साथ चीन चौथे और नीदरलैंड्स 5वें तथा डेनमार्क छठे स्थान पर है। इस लिस्ट में कुवैत दसवें स्थान पर है. कुवैत में मोबाइल इंटरनेट स्पीड 95.04 एमबीपीएस दर्ज की गई है।
इंटरनेट और मोबाइल के बिना आज हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते है। कुछ ही दिनों में इंटरनेट हमारे लाइफ का भिन्न अंग बन गया है। आज हम इंटरनेट स्पीड के मामले में 4जी को अलविदा कहते हुए 5जी की दुनिया में कदम रख रहे हैं। मोबाइल निर्माण से लेकर इस्तेमाल और इंटरनेट के उपयोग के मामले में भारत लगातार नए रिकॉर्ड कायम रहा है, लेकिन इसके बाद भी हम इंटरनेट के मामले में नॉर्वे, यूएई और कतर जैसे देशों से भी बहुत पीछे हैं।
नॉर्वे, संयुक्त अरब अमीरात और कतर दुनिया में सबसे तेज़ औसत मोबाइल इंटरनेट कनेक्शनों का दावा करते हैं। इन देशों ने सितंबर, 2022 तक 120 एमबीपीएस से अधिक की औसत स्पीड दर्ज की है। इनमें नॉर्वे सबसे आगे था, जिसमें 126.94 एमबीपीएस की औसत कनेक्शन स्पीड दर्ज की। 126.85 एमबीपीएस की रजिस्टर्ड औसत मोबाइल कनेक्शन स्पीड के साथ संयुक्त अरब अमीरात- यूएई दूसरे स्थान पर है. कतर 124.28 एमबीपीएस स्पीड के साथ तीसरे स्थान पर है। 116.42 एमबीपीएस स्पीड के साथ चीन चौथे और नीदरलैंड्स 5वें तथा डेनमार्क छठे स्थान पर है। इस लिस्ट में कुवैत दसवें स्थान पर है. कुवैत में मोबाइल इंटरनेट स्पीड 95.04 एमबीपीएस दर्ज की गई है।
दुनिया भर में इंटरनेट कनेक्शन स्पीड
जब फिक्स्ड ब्रॉडबैंड कनेक्शन की बात आती है, तो औसत कनेक्शन स्पीड के मामले में चिली देशों की सूची में सबसे ऊपर है। चिली में इंटरनेट यूजर्स को 212.98 एमबीपीएस की औसत ब्रॉडबैंड कनेक्शन स्पीड प्राप्त मिलती है, जो स्पीड रैंकिंग में दूसरे स्थान नंबर पर सिंगापुर में मिल रही स्पीड 211.36 एमबीपीएस से थोड़ी तेज है।
5G और 6G मोबाइल ब्रॉडबैंड का भविष्य
जिन देशों में ब्रॉडबैंड इंटरनेट का इस्तेमाल हो रहा है, वहां 5G पहले से कहीं ज्यादा तेज मोबाइल इंटरनेट कनेक्शन स्पीड ला रहा है। जैसे- सऊदी अरब में, 4जी कनेक्शन की औसतन स्पीड 28.9 एमबीपीएस है, और यह गति 5जी कनेक्शन पर 414.2 एमबीपीएस हो जाती है। अब जबकि 5G व्यावसायिक रूप से उपलब्ध है, शोधकर्ताओं ने पहले ही अपना ध्यान 6G की ओर लगा दिया है। एक हाई स्पेक्ट्रम बैंड पर काम करते हुए 6G, 5G की तुलना में कई गुना तेजी से कनेक्शन देगा। 5G के यूजर्स अनुभवी डेटा दरें 100 एमबीपीएस बैठती हैं, और यह गति 6जी कनेक्शन पर 1,000 एमबीपीएस तक आने की उम्मीद है। also read :
जब फिक्स्ड ब्रॉडबैंड कनेक्शन की बात आती है, तो औसत कनेक्शन स्पीड के मामले में चिली देशों की सूची में सबसे ऊपर है। चिली में इंटरनेट यूजर्स को 212.98 एमबीपीएस की औसत ब्रॉडबैंड कनेक्शन स्पीड प्राप्त मिलती है, जो स्पीड रैंकिंग में दूसरे स्थान नंबर पर सिंगापुर में मिल रही स्पीड 211.36 एमबीपीएस से थोड़ी तेज है।
5G और 6G मोबाइल ब्रॉडबैंड का भविष्य
जिन देशों में ब्रॉडबैंड इंटरनेट का इस्तेमाल हो रहा है, वहां 5G पहले से कहीं ज्यादा तेज मोबाइल इंटरनेट कनेक्शन स्पीड ला रहा है। जैसे- सऊदी अरब में, 4जी कनेक्शन की औसतन स्पीड 28.9 एमबीपीएस है, और यह गति 5जी कनेक्शन पर 414.2 एमबीपीएस हो जाती है। अब जबकि 5G व्यावसायिक रूप से उपलब्ध है, शोधकर्ताओं ने पहले ही अपना ध्यान 6G की ओर लगा दिया है। एक हाई स्पेक्ट्रम बैंड पर काम करते हुए 6G, 5G की तुलना में कई गुना तेजी से कनेक्शन देगा। 5G के यूजर्स अनुभवी डेटा दरें 100 एमबीपीएस बैठती हैं, और यह गति 6जी कनेक्शन पर 1,000 एमबीपीएस तक आने की उम्मीद है।