इस दिन मनाई जा रही हनुमान जयंती, जानिए बजरंगबलि की पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

अंजनी पुत्र हनुमान ने हनुमान जयंती के पर्व पर जन्म लिया था, इस दिन जब बजरंगबली धरती पर आए थे। इस वजह से इस दिन की धार्मिक मान्यता है और हनुमान भक्तों के लिए यह दिन अत्यंत खास और महत्वपूर्ण होता है। हनुमान जयंती प्रतिवर्ष चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि पर मनाई जाती है। वहीं भारत में कुछ ऐसे भी स्थान है जहां पर इसे कार्तिक के अंधेरे पखवाड़े के चादहवें दिन मनाने की परंपरा है। ऐसे में आइए जानते है इस बार हनुमान जयंती का पर्व किस दिन और किस मुहूर्त पर मनाया जाएगा।
कब है हनुमान जयंती
इस वर्ष पंचांग के अनुसार आने वाले 6 अप्रेल, गुरुवार के दिन हनुमान जयंती मनाई जाएगी. इस बार पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ 5 मार्च सुबह 9 बजकर 19 मिनट पर हो रहा है और समापन 6 अप्रैल की सुबह 10 बजकर 4 मिनट पर होगा. इसी बीच पूरे श्रद्धाभाव से बजरंगबली का पूजन किया जा सकता है।
पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक अंजनी नामक अप्सरा न श्राप के चलते धरती पर जन्म ले लिया था और यह श्राप उनके पुत्र के जन्म के पश्चात ही खत्म हो सकता था। बजरंबली के पिता केसरी और माता अंजनी ने 12 वर्षों तक संतान की चाह रखी जिसके बाद भगवान शिव की पूजा के बाद उनकी गोद भरी थी।
हनुमान जंयंती पर पूजा
हनुमान जयंती पर सुबह उठकर निवृत्त होने के पश्चात स्नान किया जाता है। भक्त अपने आराध्य बजरंगबली के साथ ही श्रीराम और माता सीता का स्मरण भी करते हैं। इसके बाद व्रत का संकल्प लिया जाता है। अब बजरंगबली की मूर्ति या प्रतिमा को लकड़ी की चौकी पर स्थापित करते हैं जिसपर पहले से ही पीले रंग का वस्त्र बिछा हुआ हो। बजरंगबली के समक्ष घी का दीया जलाया जाता है, जल छिड़कर कच्चा दूध, दही, घी और शहद मिलाकर बजरंगबली का अभिषेक करते हैं। भक्त पूजा में बजरंगबली को लाल या पीले रंग का कपड़ा, कलावा, फूल, धूप, अगरबत्ती और दीया आदि अर्पित करते हैं। इसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ कर भक्त पूजा संपन्न कर आशीर्वाद पाने की कामना करते हैं। also read : Sheetala saptami 2023 : शीतला सप्तमी आज,जानिए पूजा विधि ,मुहर्त के बारे मे