Holashtak 2023 : होलाष्ठक का महीना शुरू,इस दौरान जरूर करे पूजा -अर्चना

फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से होलाष्टक लग चुके है।हिन्दू धर्म में होलाष्ठक को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इस वर्ष 27 फरवरी से होलाष्ठक की शुरुआत हो चुकी है।होलाष्ठक में आठ दिनों पहले लगना शुरु हो जाते है और इनमे मांगलिक काम जैसे शादी ,लग्न,मुंडन,और शगुन आदि पर रोक लग जाती है। इन दिनों इस तरह का कोई मांगलिक काम नहीं किया जाता है।होलाष्ठक के दिनों में ऐसा माना जाता है की माँ लक्ष्मी की आराधना भी की जाती है।ऐसा माना जाता है माँ लक्ष्मी की आरधना कर होलाष्ठक पर सुख समृद्धि पायी जा सकती है।वही ज्योतिष के अनुसार होलाष्ठक पर लक्ष्मी से जुड़े कई उपाय है जिनकी करने में बेहद मदद मिलती है।तो चलिए जानते है इनके बारे में
स्वस्तिक बनाए
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आर्थिक संकटो से निजात पाने के लिए होलाष्ठक के दौरान घर के मुख्य द्वारा पर स्वस्तिक बनाया जा सकता है। स्वास्तिक का चिन्ह सिंदूर से बनाना बेहद शुभ होता है।स्वास्तिक के साथ ही घर की चौखट पर दिया जलाना शुभ और प्रभाशाली माना जाता है। also read : क्या सपने में पूजा करते हुए देखते हैं तो ये समृद्धि के संकेत देता है -
लक्ष्मी स्त्रोत का पाठ
होलाष्ठक के दिनों में लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ किया जा सकता है।लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करने से माँ लक्ष्मी की विशेष कृपा मिलती है।इसके साथ ही हल्दी,सरसो और गुड़ इत्यादि से हवन भी किया जा सकता है। इससे बेहद लाभ मिलता है।
भगवान शिव का पूजन
महामृत्युंजय मंत्र के जाप के अलावा होलाष्ठक के दिनों में भगवान शिव की आरधना करना बेहद शुभ माना जाता है।ऐसा करने पर घर में आ रही परेशानिया दूर होती है।
माता लक्ष्मी का पूजन
माँ लक्ष्मी का होलाष्ठक के दौरान पूजा करे। ऐसा करना बेहद शुभ माना जाता है। इस दौरान घर के मदिर को साफ सुथरा रखे और कोशिश करे की गोधूलि मुहर्त में शाम के समय माता लक्ष्मी की पूजा संम्पन करे। ऐसा माना जाता है इससे माता लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।