Sharad Purnima 2023 : इस बार शरद पूर्णिंमा के उपर बन रहे है 6 शुभ योग, यहाँ देखिए पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि

हिन्दू धर्म में शरद पूर्णिमा का बेहद खास महत्व माना जाता है इसे पूनम पूर्णिमा भी कहा जाता है इसके साथ ही शरद पूर्णिमा के दिन कोजागर पूजा भी होती है इस दिन धन और ऐश्वर्य की देवी लक्ष्मी का पूजन भी किया जाता है और कहा जाता है कि माता लक्ष्मी इस दिन पृथ्वी लोक का भृमण करती है और उन्हें प्रसन्न करने के लिए यह दिन बेहद खास माना गया है। धार्मिक मान्यता के अनुसार शरद पूर्णिमा के दिन समुद्र मंथन से मां लक्ष्मी उत्पन्न हुई है। इसके अलावा साल के 12 पूर्णिमा में इस पूर्णिमा को श्रेष्ठ माना जाता है। क्योंकि इस दिन चंद्रमा 16 कलाओं से युक्त होता है और चंद्रमा की किरणों से अमृत वर्षा होती है।
शरद पूर्णिमा पर छः शुभ संयोग
इस बार शरद पूर्णिमा पर 6 शुभ संयोग बन रहें है। हिन्दू पंचाग के अनुसार इस बार शरद पूर्णिमा पर गज केशरी योग के साथ रवि योग, सिद्धि योग ,शश योग, त्रिग्रही योग के साथ बुधादित्य योग का अद्भुत संयोग बन रहा है इसके साथ ही जिसमे माता लक्ष्मी की पूजा करना बेहद शुभ माना जाता है। आइए जान लेते है इस देवी लक्ष्मी की पूजा का शुभ मुहूर्त और योग।
रवि योग : 28 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 30 मिनट से सुबह 7 बजकर 21 मिनट तक रहेगा।
सिद्धि योग : 28 अक्टूबर को रात 10 बजकर 52 मिनट से 29 अक्टूबर की सुबह 8 बजे रहेगा।
गज केशरी योग : 28 अक्टूबर को सुबह 7 बजकर 32 मिनट से गज केशरी योग की शुरुआत होगी जो अगले 48 घंटों तक रहेगा।