Sheetala saptami 2023 : शीतला सप्तमी आज,जानिए पूजा विधि ,मुहर्त के बारे मे

 
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हिन्दू धर्म मे शीतला सप्तमी का बेहद जरुरी महत्व होता है।इस दिन पुरे विधि विधान से माता शीतला की पूजा की जाती है।ऐसा माना जाता है की जो भक्त माता शीतला का व्रत रखते है उन्हें सभी रोगो से छुटकारा मिलता है। शीतला सप्तमी का व्रत खासतौर संतान की सेहत के लिए रखा जाता है।ये फाल्गुन मास मे होली के साथ दिन बाद शीतला सप्तमी का व्रत रखा जाता है।शीतला माता जिस कलश को हाथ मे लिए दिखाई देती है ऐसा माना जाता है उस कलश मे 33 करोड़ देवी देवताओ का निवास होता है। 

शीतला सप्तमी का शुभ मुहर्त 
सप्तमी तिथि की शुरुआत 13 मार्च की रात 9 बजकर 27 मिनट से हो जाएगी और 14 मार्च रात 9 बजकर 27 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। फाल्गुन मास मे 14 मार्च के दिन शीतला सप्तमी का व्रत रखा जाएगा।इस दिन पूजा का शुभ मुहर्त सुबह 6 बजकर 33 मिनट से शुरू होकर शाम 6 बजकर 29 मिनट तक रहेगा।अगले दिन 15 मार्च के दिन शीतला अष्टमी मनाई जाएगी। also read :  15 मार्च को राशि बदलेगा सूर्य और शुरू होगा खर मास, जानिए इसके खास महत्व के बारे में

शीतला सप्तमी पूजा 
ऐसा माना जाता है की शीतला सप्तममी का व्रत रखने पर चेचक या खसरा जैसी बीमारियों से निजात मिलता है। इस दिन माये अपनी संतान की सेहत और सुरक्षा के लिए शीतला सप्तमी का व्रत रखती है। 
शीतला सप्तमी की पूजा मे सुबह उठकर गुनगुने पानी से स्नान किया जाता है।इसके बाद व्रत का संकल्प लिया जाता है।जो महिलाएं शीतला सप्तमी का व्रत रखती है।वे शीतला माता के मंदिर मे जाकर या शीतला माता की प्रतिमा के समक्ष पूजा करती है। इस दिन माता शीतला से स्वस्थ जीवन की कामना की जाती है। शीतला सप्तमी की कथा सुनकर पूजा पूरी करते है।