Amul Paneer : अगर आप भी अमूल कंपनी का पनीर खाते हैं तो अमूल कंपनी का पनीर खाने वाले लोगों के लिए बहुत ही बड़ी खबर निकलकर आ रहा है। ऐसे में आप सभी को यह खबर अंत तक जरूर पढ़ना चाहिए ताकि आपको इस खबर में बताए गए पूरी जानकारी विस्तार से पता चल सके।
Amul Paneer : अमूल कंपनी का पनीर खाने से पहले जान ले ये खबर, नहीं तो सेहत होगा खराब
बताने की अमूल कंपनी का तो आप सभी लोगों ने नाम तो सुना ही होगा बता दें कि अमूल कंपनी भारत देश की सबसे बड़ी डेयरी कंपनी है। दरअसल आप सभी लोगों को बता दें की डेयरी कंपनी ने अमूल पनीर को लेकर एक जानकारी साझा किए हैं। ऐसे में लिए जानते हैं नीचे की लेख में इस खबर के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से।
बता दे कि खाद्य उत्पादन के नमाचीन ब्रांड की गुणवत्ता की कसौटी पर खड़े नहीं उतर रहे हैं। वही खास सुरक्षा मानक प्राधिकरण द्वारा लिए गए अमूल पनीर के सैंपल में फैट की मात्रा कम पाया गया है। वहीं इसके अलावा दो और पदार्थ में पानी की मिलावट मिली है। वही तीनों मामलों में विभाग अब नोटिस भेजने की तैयारी कर रहे हैं।
Amul Paneer : खुले दूध के नमूने में भी मिलावट किया गया था पानी
बता दे कि खुले दूध में पानी की मिलावट कोई नई बात नहीं है पर अब नामी गिरामी कंपनियों के सैंपल में गुणवत्ता की कसौटी पर फेल हो रहे हैं। बता दे की जिला अभिहित अधिकारी जीसी कंडवाल ने अपने शब्दों में बतलाएं की बीते दिनों शहर से अलग-अलग स्थान से दूध एवं अन्य का पदार्थ की सैंपल लिए गए थे। जिनमें से तीन की रिपोर्ट शुक्रवार को प्राप्त हुए। वहीं उन्होंने बतलाए कि नेहरू कॉलोनी स्थित एक डिर्पाटमेंटल स्टोर से लिए गए अमूल पनीर के सैंपल में फैट निर्धारित मानकों से कम मिले हैं।
वहीं इसके अलावा विकास नगर से लिए गए मिल्क केक और मोतीचूर से लिए गए खुले दूध के नमूने में भी पानी की मिलावट सामने आए हैं।
जानिए उनका क्या कहना है इस बारे में
बता दे कि उनका कहना है कि पानी की मिलावट रोकने के लिए विभाग की ओर से समय-समय पर डायरी संचालकों, कंपनी अधिकारियों के साथ कार्यशालाएं किए जा रहे हैं। ताकि इस तरह की मिलावट को रोका जा सके। वही बता दे की हाल ही के दौरान भी नेहरू कॉलोनी क्षेत्र से लिए गए अमूल दूध का नमूना फेल हो चुके हैं। ऐसे में उस समय भी दूध में पानी की मिलावट होना पाया गया था लेकिन कंपनी ने गुणवत्ता सुधार को लेकर कम नहीं उठाए।
दरअसल कई बड़ी कंपनियों ने अपने मिल्क प्लाट आउटसोर्सिंग पर दे दिए हैं। जिनका असर गुणवत्ता पर देखने को मिल रहे हैं। वहीं कंडवाल का कहना है कि कंपनियों को भी विभाग की ओर से नोटिस भेज कर यह सुनिश्चित कराया जाएगा कि आऊटसोर्सिंग प्लाट में भी कंपनी की ओर से गुणवत्ता मानकों का प्लान कराए जाएं।