Atal Canteen: हरियाणा सरकार ने रबी फसलों की सरकारी खरीद शुरू होने से पहले 40 और अनाज मंडियों में अटल किसान-मजदूर कैंटीन खोलने का फैसला किया है। इन कैंटीनों में किसानों और मजदूरों को सिर्फ 10 रुपये में भरपेट भोजन मिलेगा। यह योजना पहले से 46 मंडियों में संचालित हो रही थी, और अब इसे और विस्तारित किया जा रहा है। सभी कैंटीन में महिला स्वयं सहायता समूह खाना उपलब्ध कराएंगे, जिसके लिए सरकार 15 रुपये प्रति थाली सब्सिडी देगी।
कांग्रेस ने राज्य चुनाव आयोग में दी चुनौती
हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड के मुख्य प्रशासक के इस आदेश को कांग्रेस ने राज्य चुनाव आयोग में चुनौती दी है। कांग्रेस विधायक दल के पूर्व उप नेता एवं विधायक चौधरी आफताब अहमद ने राज्य चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करवाई, जिसके बाद राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह ने इस आदेश पर 12 मार्च तक रोक लगा दी है।
आचार संहिता का उल्लंघन होने का आरोप
कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने चुनाव आयोग में दी गई अपनी शिकायत में कहा कि प्रदेश में नगर निगम, नगर परिषद और नगर पालिकाओं के आम चुनावों के कारण आचार संहिता लागू है। ऐसे में अटल कैंटीन खोलने का यह फैसला मतदाताओं को प्रभावित करने वाला हो सकता है। चुनाव आयोग ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए मार्केटिंग बोर्ड के मुख्य प्रशासक को नोटिस जारी किया है।
10 रुपये में भरपेट भोजन देने वाली योजना
यह योजना किसानों और मजदूरों को राहत देने के लिए चलाई जा रही है। 10 रुपये में भरपेट खाना देने वाली अटल कैंटीन की शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सरकार के दौरान हुई थी। अब प्रदेश सरकार ने 40 और अनाज मंडियों में कैंटीन खोलने के आदेश दिए हैं, जिससे किसानों और मजदूरों को किफायती भोजन मिल सके।
महिला स्वयं सहायता समूहों को मिलेगा रोजगार
सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि इन कैंटीनों का संचालन महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा किया जाए। सरकार इन समूहों को प्रति थाली 15 रुपये की सब्सिडी देगी। यह व्यवस्था मुख्य रूप से फसल खरीद के पांच महीनों के दौरान लागू रहेगी, जिसमें 15 मार्च से 31 मई और 15 सितंबर से 30 नवंबर तक हर दिन न्यूनतम 200 थालियों पर सब्सिडी मिलेगी।
साल के अन्य महीनों में भी सब्सिडी मिलेगी
अन्य सात महीनों के दौरान, यानी पहली जून से 14 सितंबर और पहली दिसंबर से 14 मार्च तक, महिला स्वयं सहायता समूहों को खाने की खपत के आधार पर सब्सिडी दी जाएगी। इस योजना का उद्देश्य किसानों और मजदूरों को राहत देने के साथ-साथ महिला समूहों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना भी है
नई कैंटीनों के लिए जरूरी संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे
सभी 40 नई अनाज मंडियों में कैंटीन खोलने के लिए रसोई उपकरण, फर्नीचर और अन्य आवश्यक संसाधनों की खरीद के लिए एक समिति गठित की गई है। इस समिति में संबंधित कार्यकारी इंजीनियर, जिला मार्केटिंग एन्फोर्समेंट ऑफिसर और मार्केट कमेटी के सचिव शामिल होंगे।
इन 40 अनाज मंडियों में शुरू होंगी अटल कैंटीन
हरियाणा सरकार ने जिन 40 नई अनाज मंडियों में अटल कैंटीन खोलने का फैसला लिया है, उनमें अंबाला कैंट, चरखी दादरी, फरीदाबाद, बल्लभगढ़, तिगांव, मोहाना, जाखल, रतिया, भट्टू कलां, भूना, सोहना, हिसार, उकलाना, बांस, फतेहपुर, पुंडरी, सीवन, पाई, राजौंद, जुंडला, कुंजपुरा, निगधू, शाहाबाद, बाबैन, फिरोजपुर-झिरका, पुन्हाना, तावड़ू, नारनौल, नांगल-चौधरी, हसनपुर, पलवल, हथीन, इसराना, कोसली, महम, डींग, ऐलनाबाद, रानियां, मुस्तफाबाद, रादौर और सढ़ौरा की मंडियां शामिल हैं।
सरकार देगी 12 करोड़ 23 लाख रुपये की सब्सिडी
हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा संचालित इन अटल कैंटीनों के लिए प्रदेश सरकार ने अब तक 12 करोड़ 23 लाख रुपये की सब्सिडी जारी की है। दिसंबर 2023 तक 46 मंडियों में संचालित कैंटीनों में 74 लाख 63 हजार से अधिक थालियां वितरित की गई थीं।