ATM Card Charges: आज के डिजिटल दौर में ATM या डेबिट कार्ड एक जरूरी सुविधा बन गई है. लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि इस कार्ड को रखने के लिए हर साल एक निश्चित शुल्क देना पड़ता है. यह शुल्क बैंक द्वारा स्वत: आपके खाते से काट लिया जाता है. चाहे आप कार्ड का उपयोग करें या न करें.
एटीएम कार्ड पर सालाना कितना शुल्क लगता है?
बैंक द्वारा दिए जाने वाले एटीएम कार्ड पर AMC (Annual Maintenance Charge) वसूला जाता है. यह शुल्क ₹0 से ₹2,000 तक हो सकता है, जो कार्ड की कैटेगरी और सुविधाओं पर निर्भर करता है. इसके साथ ही 18% तक का जीएसटी भी लिया जाता है. कई बैंक प्रीमियम या कस्टमाइज्ड डेबिट कार्ड के लिए अधिक शुल्क लेते हैं.
एटीएम कार्ड के चार्ज क्यों लिए जाते हैं?
बैंक द्वारा ATM कार्ड के जरिए ग्राहकों को कई सुविधाएं दी जाती हैं जैसे:
- कैश विड्रॉल
- ऑनलाइन ट्रांजैक्शन
- SMS अलर्ट, ईमेल नोटिफिकेशन
इन सभी सेवाओं को बनाए रखने के लिए ही बैंक AMC और GST वसूलते हैं.
लिमिट से ज्यादा कैश निकालने पर अलग चार्ज
बैंकों की ओर से एटीएम से नकद निकासी की मुफ्त सीमा तय होती है.
- अगर आप उस सीमा से अधिक बार कैश निकालते हैं, तो प्रति ट्रांजैक्शन अतिरिक्त शुल्क देना पड़ता है.
- यह चार्ज ₹10 से ₹25 तक हो सकता है, जो बैंक पर निर्भर करता है.
एटीएम चार्ज से कैसे बचें?
अगर आप हर साल सालाना फीस से बचना चाहते हैं, तो आपके पास विकल्प मौजूद हैं:
- बैंक में पूछकर ऐसा डेबिट कार्ड लें जिस पर AMC न लगे.
- ये कार्ड सिर्फ बेसिक सुविधाओं जैसे कैश विड्रॉल के लिए होते हैं.
- कई बार बैंक इन विकल्पों की जानकारी नहीं देते, इसलिए आपको खुद पहल करनी होगी.
इस्तेमाल नहीं करने पर भी चार्ज क्यों कटता है?
अगर आपने ATM कार्ड लिया है लेकिन उसका इस्तेमाल नहीं करते, तो भी बैंक आपसे AMC और GST वसूलता है. ऐसा इसलिए क्योंकि कार्ड एक्टिव स्थिति में होता है. अगर आप इसे इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं, तो बैंक से इसे बंद कराना ही सही उपाय है.
