Bank Locker Rules : बैंक लॉकर रखने वालों के लिए जरूरी खबर है, 2025 में नए नियम लागू हो चुके हैं। अगर आपका बैंक में लॉकर है या आप नया लॉकर लेना चाहते हैं तो यह जानकारी आपके लिए जरूरी है। नए नियमों के तहत बैंक लॉकर की सुरक्षा, किराया और शर्तों में बदलाव किया गया है। इन नए नियमों से ग्राहकों को क्या फायदा होगा, जानने के लिए नीचे पढ़ें पूरी डिटेल।
Bank Account का इस्तेमाल तो हम सब करते ही हैं। आजकल हर Bank अपने ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए तरह-तरह की सुविधाएँ उपलब्ध करवाते हैं, जिनमें Bank Locker की सुविधा भी शामिल है। यदि आप भी Bank Locker का इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। कई बार लोग यह सोचते हैं कि अगर Bank Locker से सामान चोरी हो जाए या Locker टूट जाए तो क्या मुआवजा मिलेगा? आइए, विस्तार से जानते हैं कि Bank Locker से जुड़ी सुरक्षा, नियम और आपके कानूनी अधिकार क्या हैं।
Locker चाबी खोने या Locker तोड़ने की स्थिति – (Bank Locker Rules)
1. चाबी खो जाने पर
अगर आपकी Bank Locker की चाबी खो जाती है, तो तुरंत Bank को सूचित करें और पुलिस में केस दर्ज करवाएं। Bank आपको डुप्लीकेट चाबी जारी कर सकता है या नया Locker अलॉट कर सकता है। हालांकि, इस प्रक्रिया में Locker को तोड़ने, मरम्मत करने आदि का खर्च आमतौर पर होल्डर के ऊपर आ जाता है।
2. Locker तोड़ने के नियम
Locker को खोलने या तोड़ने की प्रक्रिया हमेशा होल्डर और Bank अधिकारी की मौजूदगी में होती है। यदि Locker संयुक्त (जॉइंट) है, तो सभी होल्डर्स की उपस्थिति आवश्यक है या लिखित सहमति लेनी पड़ती है। यदि नियमों का उल्लंघन होता है, तो Bank नोटिस देकर कानूनी कार्रवाई कर सकता है।
Bank खुद भी Locker तोड़ सकता है- (Bank Locker Rules)
यदि कोई ग्राहक लगातार तीन साल तक Locker का रेंट नहीं चुकाता है, तो Bank Locker तोड़कर बकाया रेंट की वसूली कर सकता है। साथ ही, यदि होल्डर सात साल तक Locker का इस्तेमाल नहीं करता है, तो Bank नियमित रूप से रेंट जमा होने के बावजूद भी Locker तोड़ सकता है। इसके अलावा, अगर Locker में संदिग्ध या गैरकानूनी चीजें पाई जाती हैं या आपराधिक मामले दर्ज होते हैं, तो भी बैंक, पुलिस की उपस्थिति में, Locker तोड़ सकता है।
Bank Locker का इंश्योरेंस- (Bank Locker Rules)
बहुत से Bank अपनी Locker सुविधाओं का इंश्योरेंस भी करवाते हैं। यदि किसी अनहोनी की स्थिति में Locker से सामान चोरी हो जाए या नुकसान हो जाए, तो मुआवजे के लिए होल्डर को उस सामान के सबूत प्रस्तुत करने होते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आपके पास जूलरी है तो उसकी रसीद, प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री से जुड़े कागजात, या अन्य सबूत Bank के सामने पेश करने पड़ते हैं। केवल तब ही आपको इंश्योरेंस के तहत मुआवजा प्राप्त हो सकता है।
चोरी, डकैती या आग लगने की स्थिति में- (Bank Locker Rules)
– चोरी या डकैती:
अगर Bank में चोरी या डकैती होती है, तो Bank ग्राहकों से तुरंत संपर्क करता है। ग्राहक को एक फॉर्म और शपथ पत्र भरने होते हैं जिसमें Locker में रखे सामान का विस्तृत विवरण दिया जाता है। Bank द्वारा जांच के पश्चात, ग्राहक को उनके द्वारा दिए गए सर्विस चार्ज के हिसाब से मुआवजा (100 गुना) प्रदान किया जाता है।
– आग लगने पर:
अगर Bank में आग लग जाती है और आपके Locker में रखा सामान जल जाता है, तो भी इसे Bank की लापरवाही माना जाता है। इस स्थिति में भी Bank सर्विस चार्ज के 100 गुना मुआवजा देने के नियम के तहत ग्राहकों का मुआवजा सुनिश्चित करता है।
आपके अधिकार और सावधानियाँ- (Bank Locker Rules)
– कानूनी नोटिस और शिकायत:
अगर किसी Bank रिकवरी एजेंट द्वारा नियमों का उल्लंघन करके आपको धमकाया या परेशान किया जाए, तो आप तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कर सकते हैं या RBI के सामने मामला उठा सकते हैं।
– दस्तावेज़ी प्रमाण:
Locker में रखे सामान की कोई जानकारी Bank को नहीं होती। इसलिए, अपने Locker में रखी सभी कीमती वस्तुओं, दस्तावेजों, और अन्य सामान की सूची अपने पास रखें। रसीदें, इनवॉइस और अन्य संबंधित कागजात का सुरक्षित प्रबंधन करें ताकि किसी भी विवाद की स्थिति में आप अपने सबूत पेश कर सकें।
– सुरक्षा संबंधी टिप्स:
– Locker लेते समय जांच लें कि उस पर सील लगी हो और ताला नया हो।
– Locker में रखी वस्तुओं की सूची अपडेट रखें।
– Bank Locker का इस्तेमाल करते समय, बैंककर्मी के Locker रूम से बाहर निकलने के बाद ही Locker खोलें और बंद करते समय चेक कर लें कि ठीक से बंद हो गया है।
– Bank के किसी भी नोटिस की अनदेखी न करें और समय-समय पर Locker का उपयोग करें।