केंद्र की मोदी सरकार ने उत्तर बिहार के लोगों को दीपावली से पहले बड़ा तोहफा दिया है। मोदी सरकार बिहार में रेल यात्री सुविधाओं को बढ़ाने के लिए पूरी तरह संकल्पित है। केंद्रीय कैबिनेट ने नरकटियागंज-रक्सौल-सीतामढ़ी-दरभंगा और सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर रेलवे लाइन के दोहरीकरण की एक बड़ी परियोजना को मंजूरी दी है.
बताया गया की 256 किलोमीटर के इस दोहरीकरण की लागत करीब 4553 करोड़ रुपये आएगी। प्रधानमंत्री ने सीएम नीतीश कुमार के मांग को त्वरित कार्रवाई करते हुए और इनकी मांग को पूरा करने का काम किया है.इससे जिले में पर्यटन के क्षेत्र में काफी विकास होगा और सीतामढ़ी से अयोध्या और पूरे देश से जोड़ने का सपना साकार होगा. इससे न सिर्फ जानकी मंदिर बल्कि क्षेत्र में काम और रोजगार बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि सीतामढ़ी में अब हवाई अड्डा भी बननी चाहिए,
जिससे विदेशी पर्यटक को आने में काफी सुविधा होगी. डीआरयूसीसी के सदस्य व सीतामढ़ी चौंबर ऑफ़ कॉमर्स के कोषाध्यक्ष आलोक कुमार ने बताया कि इस लाइन के दोहरीकरण से जिलें में काफी विकास होगा. यहां ट्रेन बढ़ने के साथ साथ व्यापार और रोजगार बढ़ेगा। कृषि के क्षेत्र में भी अच्छा विकास होगा। सीएम नीतीश कुमार ने 22 सितंबर को पत्र के माध्यम से प्रधानमंत्री से मां सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी (पुनौरा धाम) के लिए रेल सम्पर्कता के संबंध में अनुरोध किया था.
अयोध्या से मं सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी तक 4,553 करोड़ रुपये की लागत से लगभग 256 किलोमीटर की रेल लाइन के दोहरीकरण का फैसला केन्द्रीय कैबिनेट की बैठक में लिया गया है. यह फैसला स्वागतयोग्य है. इस रेल मार्ग के बन जाने से श्रद्धालुओं को अयोध्या के साथ ही मां सीता की जन्मस्थली पुनौरा धाम आने में सुविधा होगी. इसके लिए सीएम नीतीश कुमार ने पीएम नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया है। इसके दोहरी कारण से पर्यटकों की संख्या के साथ साथ ट्रेन की संख्या में वृद्धि होगी और सरकार को राजस्व मिलेगा.
साथ ही आस-पास के क्षेत्रों में स्थानीय लोगों के लिए रोजगार और व्यापार की संभावनाएं भी सृजित होगी. साथ ही अयोध्या से पुनौरा धाम जोड़ने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग (छभ्) भी बनाया जा रहा है. सुविधा बेहतर होने पर पुनौरा धाम में श्रद्धालु और पर्यटक अधिक संख्या में आएंगे. उनकी सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए के लिए कई पर्यटकीय आधारभूत संरचनाओं का निर्माण कराया जाना है.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मिथिलांचल के लिए बहुत इंपॉर्टेंट प्रॉजेक्ट बताया. नॉर्थ बिहार को और नॉर्थ ईस्टर्न स्टेट्स को स्ट्रैटेजिक कनेक्टिविटी देने के लिए बड़ा प्रोजेक्ट सैंक्शन हुआ है. यह प्रोजेक्ट है 256 किलोमीटर का है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे अप्रूव किया है।