बिहार में सड़क परिवहन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव हो रहे हैं, जिसमें कुल 4 नए एक्सप्रेसवे का निर्माण शामिल है। ये एक्सप्रेसवे न केवल राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेंगे, बल्कि स्थानीय निवासियों के लिए भी सुविधाएं प्रदान करेंगे। आइए, इन चार प्रमुख एक्सप्रेसवे के बारे में विस्तार से जानते हैं।
1. रक्सौल हल्दिया एक्सप्रेसवे
लंबाई: 702 किलोमीटर
बिहार में हिस्सा: 367 किलोमीटर
मार्ग: पूर्वी चंपारण, शिवहर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, जमुई और बांका
2. बक्सर से भागलपुर एक्सप्रेसवे
लंबाई: 160 किलोमीटर
बिहार में हिस्सा: सम्पूर्ण 160 किलोमीटर
मार्ग: बक्सर से भागलपुर
3. पटना से पूर्णिया एक्सप्रेसवे
लंबाई: 250 किलोमीटर
बिहार में हिस्सा: सम्पूर्ण 250 किलोमीटर
मार्ग: दिघवारा पुल, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, दरभंगा, सहरसा, मधेपुरा
4. गोरखपुर से सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे
लंबाई: 600 किलोमीटर
बिहार में हिस्सा: 415 किलोमीटर
मार्ग: पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज
एक्सप्रेसवे का विकास और लागत
इन चारों एक्सप्रेसवे के निर्माण पर कुल 84,734 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जिसमें बिहार में 59,173 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। ये एक्सप्रेसवे मिलकर 1,575 किलोमीटर के क्षेत्र को कवर करेंगे।
बिहार में इन एक्सप्रेसवे के निर्माण से न केवल क्षेत्रीय विकास होगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन परियोजनाओं की समीक्षा की है और उम्मीद जताई है कि ये सड़कें बिहार के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। इस प्रकार, बिहार एक नई दिशा में आगे बढ़ रहा है, जो राज्य के निवासियों के लिए कई लाभ लेकर आएगा।