यदि किसी कारणवश आपके जमीन का खतियान कहीं खो गया है या खराब हो चुका है, लेकिन आप अपने जमीन का सर्वेक्षण के लिए आवेदन करना चाहते हैं, जिसके लिये खतियान की आवश्यकता होती है। लेकिन अब आपको घबराने की आवश्यकता नहीं क्योंकि खाता और खसरा नंबर याद रहने से आप अपने नजदीकी अंचल कार्यालय में सर्वे के लिए आवेदन कर सकते हैं। तो लिए इस आर्टिकल के जरिए हम आपको आपकी खोये हुए खतियान को दोबारा प्राप्त करने की पूरी जानकारी विस्तार से बताते हैं।
राज्य सरकार ने दिया भरोसा
बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा भूमि संबंधी दस्तावेजों के प्रबंधन हेतु नए आदेश पारित किए हैं। जैसे कि अगर आपका खतियान खराब हो गया है या कहीं खो चुका है तो ऐसी परिस्थिति में आपको परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। अब आप अपने जमीन के खाता नंबर या खसरा नंबर के आधार पर सर्वे के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा आपके खतियान को दोबारा बनाने का काम अंचल कार्यालय पूरा करेगा।
गुम हो चुके खतियान का पाएं ऐसे समाधान
यदि आपका भी खतियान किसी वजह से नहीं मिल रहा है तो आपको निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन करना होगा।
- सबसे पहले आपको सर्वे संबंधित आवेदन अपने अंचल कार्यालय में खाता नंबर, खसरा नंबर या जमीन की चौहद्दी के आधार पर जमा करें।
- खतियान को खोजने की जिम्मेदारी अंचल कार्यालय को सर्वेक्षण पदाधिकारी द्वारा दिया जाएगा।
- तत्पश्चात अंचल कार्यालय आपकी खतियान को राजस्व विभाग को उपलब्ध कराएगी।
- सर्वेक्षण अमीन द्वारा आपकी जमीन की माप करने के पश्चात जमीन की चौहद्दी की पुष्टि होगी। जिसके आधार पर नया खतियान तैयार होगा।
- इसके अलावा पड़ोसी किसानो की चौहद्दी के आधार पर भी आपके जमीन की पहचान हो सकेगी।
अब नहीं लगाने होने दफ्तरों के चक्कर
इस प्रक्रिया के बाद अब किसानों को अपने खतियान संबंधी दस्तावेजों के लिए सरकारी कार्यालय के चक्कर में काटने होंगे। सरकार के नए आदेश के बाद सर्वे में सम्मिलित सरकारी रैयतों द्वारा अन्य समाधानों में भी सहायता दी जाएगी।
इन जमीनों का सर्वे होगा सरकार का नाम पर
बिहार की प्रदेश सरकार द्वारा गैर मजरूआ मलिक, गैर मजरूवा आम, कैसर-ए-हिंद, भू-हदबंदी, भू-दान बासगीत परचा समेत सरकारी जमीनों का सर्वे सरकार के नाम पर किया जाएगा। जिसके लिए अंचल अधिकारियों से जमीनों की जानकारी प्राप्त की जा रही है।