Bihar Road Project : अगर आप भी बिहार राज्य से हैं तो आप सभी लोगों को बता दें कि बिहार राज्य की राजधानी पटना से बेतिया तक फोर लाइन सड़क बनाने का कार्य जल्द ही शुरू होने वाले हैं। बता दें एनएच 139 डब्ल्यू अधिसूचित इस पटना बेतिया रोड के सभी पांच पैकेजों का टेंडर हो चुके हैं। ऐसे में यह सड़क 2 वर्ष के अंदर बनकर पूरी तरह से तैयार हो जाएंगे । जिससे पटना से बेतिया की दूरी करीब 100 किलोमीटर कम हो जाएगा। बता देंगे की अब तक इस सफर में 5 से 6 घंटे का टाइम लगता है। लेकिन सड़क बनने के बाद यह दूरी केवल तीन घंटे में तय किया जा सकेगा।
Bihar Road Project : विभागीय अधिकारियों के अनुसार पटना बिटिया फोर लाइन सड़क की कुल लंबाई होंगे 167 किलोमीटर
आप लोगों को बता दें कि विभागीय अधिकारियों के अनुसार पटना- बितीया फोर लाइन सड़क की कुल लंबाई 167 किलोमीटर होंगे। ऐसे में यह पटना में एक एम्स गोलंबर से शुरू होगा। जिसमें से 147.33 किलोमीटर ग्रीनफील्ड हाईवे यानी नई सड़क होगा। वही दीघा के जेपी सेतु होते हुए यह सड़क बकरपुर, मानिकपुर, साहेबगंज , केसरिया और अरेराज के रास्ते बितीया के पास एनएच 727 से जुड़ेंगे। आपको बता दें कि कई जगहों पर बाईपास भी बनाया जाएगा। ताकि यातायात को सुगम बनाए जा सके। बता दे कि इस परियोजना पर लगभग 5800 करोड रुपए का खर्च आएगा।
इस सड़क परियोजना में जेपी सेतु समांतर बनाने वाला छाया लेने का पुल भी है शामिल
आपको बता दें कि इस सड़क परियोजना में जेपी सेतु समांतर बनाने वाला अच्छा लेने का पुल भी शामिल किया गया है। जिसकी लंबाई 6.92 किलोमीटर है और इसकी लागत 2221.47 करोड रुपए बताया जा रहा है। इसके अलावा गंडक नदी पर दो पुल भी तीन वर्ष के अंदर बनाया जाएगा। आपको बता दें कि सड़क के दूसरे पैकेज में सोनपुर के पास बकरपुर से मणिकापुर तक 38.813 किलोमीटर लंबा हिस्सा शामिल किया गया है। जिस पर 886.95 करोड रुपए खर्च किया जाएगा। वहीं तीसरे पैकेज में मनिकापुर से साहेबगंज तक की सड़क का निर्माण किया जाएगा।
NH 139W पर गाड़ियां अधिकतम 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकेंगे
आपको बता दें कि एनएच 139 डब्ल्यू पर गाड़ियां अधिकतम 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकेगा। वही इस फोर लाइन हाईवे के बनने से पटना का सीधा संपर्क सारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण से हो जाएगा आपको बता दें कि उत्तर बिहार के प्रमुख पर्यटन स्थल, जैसे वैशाली लौरीया और केसरिया इस सड़क से जुड़ा होगा। इसके साथ ही वाल्मीकिनगर टाइगर प्रोजेक्ट की पटना से कनेक्टिविटी भी बेहतर हो जाएगा।

 
			 
                                 
                              
		 
		 
		 
		