Black Magic capital: भारत में कई ऐसे गांव हैं जो अपनी अनोखी संस्कृति और परंपराओं के लिए जाने जाते हैं लेकिन असम का मायोंग गांव अपने आप में अनोखा है. इस गांव को लेकर कई तरह के रहस्य और अंधविश्वास प्रचलित हैं जिसके चलते लोग यहां जाने से हिचकते हैं.
मायोंग
मायोंग को कभी ‘काले जादू की राजधानी’ (Black Magic capital) के रूप में भी जाना जाता था. यहां का इतिहास महाभारत से भी जुड़ा हुआ है और कहा जाता है कि यहां जादू-टोना आज भी प्रचलित है. इस गांव में काला जादू सिखाने वाला एक म्यूजियम भी है जहां काले जादू से संबंधित विभिन्न वस्तुएं और ग्रंथ हैं.
काले जादू से जुड़े अनोखे तथ्य
मायोंग में काले जादू (Black magic practices) के विभिन्न रूप देखने को मिलते हैं, जिनमें अच्छे और बुरे दोनों तरह के जादू शामिल हैं. यहां के जादू में बीमारियों का इलाज, चोरी का पता लगाना और दर्द से राहत पाना जैसे कार्य किए जाते हैं. इसके अलावा बाघों को बेहोश करने जैसी घटनाएं भी यहां के लोककथाओं में प्रचलित हैं.
जानवर बनाने की कहानियां और गांव का डर
मायोंग में इंसानों को जानवर में बदलने (Human to animal transformation) की कहानियां भी प्रचलित हैं. ऐसा माना जाता है कि यहां पर महिलाओं का प्रभुत्व था और वे आने वाले पुरुषों को जानवर में बदल देती थीं. ये कहानियां गांव के मिथकों और रहस्यों को और भी गहरा बनाती हैं.
मायोंग के म्यूजियम और इसका महत्व
मायोंग में स्थित काले जादू का म्यूजियम (Mayong Black Magic Museum) इस गांव की विशेषताओं में से एक है. यहां कई प्रकार की जादूगरी की विधाओं को संग्रहित किया गया है, जिससे विज्ञान और जिज्ञासुओं को इन अद्भुत कलाओं के अध्ययन में मदद मिलती है.