हमारे पर्यावरण को दूषित करने में प्लास्टिक का सबसे बड़ा योगदान है क्योकि आप गांव से लेकर शहर तक कहीं भी जाओ आपको प्लास्टिक से बनने वाले कैरी बैग आसानी से मिल जाते है इसके साथ ही विज्ञान ने प्लाटिक बेगों की खोज हमारी जरूरत को ध्यान में रखते हुए किया था इसके साथ ही अब प्लास्टिक बैग दिन-ब-दिन हमारे पर्यावरण के दुश्मन बनते जा रहा है। इसलिए अब दुनिया भर में लोग प्लास्टिक बैग को बैन करने के लिए कई मुहिम चला रहे है। वहीं भारत सरकार के तरफ से भी कई बार इसे बैन करने के लिए कोशिश किया जा चुका है। लेकिन प्लास्टिक बैग के टक्कर में कोई दूसरा अच्छा ऑप्शन ना होने के कारण प्लास्टिक से बनने वाले बैग पूरी तरह से बैन नहीं हो पा रहे हैं।
यदि आप भी इस समय नया बिजनेस प्लान कर रहे है तो आज हम आपके लिए बेस्ट आइडिया लेकर के आ गए है इसमें आप जुट से बने बैग का बिजनेस शुरू कर सकते है क्योकि प्लास्टिक बैग के बैन होने के बाद से काफी ज्यादा लोग प्लास्टिक के बजाय पेपर और जूट से बनने वाले बैग के इस्तेमाल पर जोर दे रहे हैं। वहीं आने वाले समय में बढ़ते पर्यावरण प्रदूषित कि वजह से प्लास्टिक पर पूरी तरह से प्रतिबंध लग जाएगा। जिस वजह से जूट बैग के बिजनेस के सक्सेस होने की पूरी संभावना भी है। आइए जानते हैं जूट बैग के बिजनेस को आप कैसे शुरू कर सकते हैं।
कब करें बिजनेस का स्टार्टअप?
अगर आप जूट से बनने वाले बैग का बिजनेस शुरु करने का मन बना चुके हैं। तो इन दिनों में बिजनेस का स्टार्टअप करना आपके लिए काफी ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि आने वाले कुछ ही दिनों में जायद फसलों की कटाई चालू हो जाएग। जिससे मार्केट में जूट से बनने वाली बोरीयों की डिमांड काफी तेजी से बढ़ जाएगा। वहीं मंडी में भी अब कई दुकानदार प्लास्टिक के बजाय हर मौसम में जूट बोरीयों का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं। ऐसे में आप जायद के पीक सीजन में इस बिजनेस का स्टार्टअप कर के मोटी कमाई कर सकते हैं।
कितना पैसा ?
इसके लिए सबसे पहले आपको जुट के बैग या बोरी के लिए एक मशीन खरीदनी होगी जो आपको बैग बनने के साइज़ के आधार पर 3.5-8 लाख रूपये की लागत में आसानी से मिल जाती है इसके साथ ही मशीन के अलावा आपको काम करने के लिए लेबर, मशीन को चलने के लिए बिजली और कच्चे माल के रूप में जुट रोल की जरूरत पड़ने वाली है इसके साथ ही अगर आप ब्रांडिंग या डिजाइन वाले बोरे या बैग बनाने का सोच रहे हैं। तो उसके लिए आपको एक प्रिंटिंग भी खरीदना पड़ सकता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, ये सब आपके स्टार्टअप का फिक्स कॉस्ट रहेगा।