अक्षय तृतीया के महत्व का वर्णन शास्त्रों में किया गया है। सनातन धर्म इस पर्व को शुभता का प्रतीक माना जाता है। इस दिन कोई भी शुभ काम करने से अक्षय फलो की प्राप्ति होती है। इस तिथि पर मां लक्ष्मी की आराधना , दान और खरीदारी करना शुभ माना जाता है। इसलिए सोना चांदी के अलावा भी बहुत सामान खरीद सकते हैं जिससे आपको लाभ हो सकता है।
इस बारे में विस्तार से बताते हैं कि ज्योतिष इसके बारे में क्या कहता है।
वैसे अक्षय तृतीया के दिन खरीदारी और शुभ कार्यों के लिए बेहद खास है। इस दिन सोने या चांदी से बने आभूषण ,भूमि ,भवन ,वाहन ,बर्तन ,मशीनरी सामान ,फर्नीचर ,कपड़े, आदि खरीदना शुभ होता है। इस दिन नए कार्य की शुरुआत करने से उसमें सफलता प्राप्त होती है। वही मूल्यवान चीजों की खरीदारी करने पर लंबे समय तक ही सफल प्रदान करती है।
इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा विधि विधान से करने से धन की प्राप्ति के योग बनते हैं। इसके अलावा मटका ,बर्तन ,लक्ष्मी सामान ,कीमती धातु ,कोड़ी ,जौ , श्री यंत्र ,दक्षिणावर्ती , शंख ,मशीनों को खरीदने से भी लाभ होता है।
अक्षय संस्कृत शब्द का है जिसका मतलब होता है कि किसी भी चीज का क्षय या नाश न होना। ऐसी चीज जो कभी खत्म नहीं होती। जो लोग काफी समय से किसी शुभ काम के लिए मुहूर्त का इंतजार कर रहे हैं तो अक्षय तृतीया के दिन और शुभ काम कर सकते हैं।