अपनी कार के कूलिंग सिस्टम से जुड़ी हुई इन गलतफहमियों से रखे दूरी, नहीं तो सकता है भारी नुकसान

ज्यादातर लोगो को केवल यह पता होता है कि उनकी गाड़ी में एक कूलिंग सिस्टम है। लेकिन उन्हें इस बात की जानकारी नहीं होती है गाड़ी के कौनसे पार्ट के सहयोग से ये कुलीग सिस्टम काम करता है। कूलिंग सिस्टम को लेकर के लोगो के बीच में अभी भ्र्म बना हुआ है जिसे नजरअंदाज करना काफी भारी पड़ सकता है। इसलिए आज हम आपको इस खबर के माध्यम से उन 5 तरह की इंफॉर्मेशन के बारे में बताएंगे, जिसके चलते गाड़ी के कूलिंग सिस्टम का हम लोग सही ढंग से ध्यान नहीं रख पाते हैं।
कार के इन पार्ट्स की मदद से बनता है कूलिंग सिस्टम
गाड़ी में कूलिंग सिस्टम एक सिंगल पार्ट की मदद से काम नहीं करता है यह अक इसा पार्ट होता है जिसके सही ढंग से काम काम करने करने से कूलिंग सिस्टम काम करता है। कूलिंग सिस्टम में रेडिएटर फैन होता है, रिजर्व टैंक होते हैं। बाईपास में सिस्टम होता है। प्रेशर कैप और फ्रिज फ्लग होते हैं। जब यह सारे पार्ट्स एक साथ काम करते हैं तो गाड़ी के इंजन को सही ढंग से कूलिंग मिलने लगती है।
सभी तरह के भ्र्म से रखे दूरी
कूलिंग सिस्टम को सर्विसिंग की जरूरत नहीं पड़ती है। टैंक में हल्के- फुल्के लीकेज से कोई फर्क नहीं पड़ता है। कूलिंग सिस्टम में सिर्फ पानी या फिर कूलेंट की जरूरत पड़ती है।सभी कूलेंट एक समान काम करते है।
एक कार का मालिक बनने का सबसे आसान तरीका यह है कि उसको अपनी गाड़ी के बारे में थोड़ा डिटेल के बारे में पता होना चाहिए। हम सभी जानते है कि कूलिंग सिस्टम में गाड़ी को गर्म होने से बचाया जा सकता है और ठंडा रखा जा सकता है। लेकिन हमारे दैनिक जीवन में यह छोटी छोटी कमियां इस समस्याओ को इग्नोर कर देती है। ऐसे में हमें पता होना जरूरी है कि गाड़ी का कूलिंग सिस्टम क्या होता है। ये किन-किन पार्ट्स बने होते हैं। हमें यह भी पता होना चाहिए कि सभी कूलेंट एक समान नहीं होते हैं। क्योंकि, आजकल लोकल कूलेंट भी आते हैं और लोग नासमझी की वजह से अपने गाड़ी में डलवा लेते हैं जिससे आगे चलकर उन्हें भारी नुकसान होता है। गाड़ी जब भी सर्विसिंग करवाने जाएं तो कूलिंग सिस्टम को मैकेनिक से जरूर चेक करवाएं। also read : यदि आप भी करवा रहे है अपने कार या बाइक को मोडिफाई तो पड़ सकता है भारी, जानिए कैसे