टायरों के दीर्घायु का वरदान साबित होता है ये जुगाड़, जान लीजिए कैसे करता है काम ?

 
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किसी भी वाहन के लिए जितना ज्यादा जरुरी इंजन ऑयल, कूलिंग ऑयल और ब्रेक ऑयल को बदलना होता है उतना ही ज्यादा जरुरी टायरों की देखभाल करना भी होता है। अपने वाहन के टायरों को समय के साथ में बदलते रहना चाहिए। एक समय के बाद में गाड़ी के टायरों को बदलना काफी जरुरी हो जाता है लेकिन तैयार बदलने के अलावा भी एक तरीका है जिससे आप अपनी कार को लम्बे समय तक सुरक्षित और महफूज रख सकते है और इससे आपकी कार अधिक समय तक सुरक्षित भी रहती है। आज हम आपको एक ऐसे जुगाड़ के बारे में बता रहे है जिससे आप अपनी कार को अधिक समय तक सुरक्षित रख सकते है। टायरों की ‘कैंची’ बनाने से उनकी उम्र बढ़ जाती है और लंबे समय तक चलते हैं। टायरों की कैंची एक ऐसा जुगाड़ है, जो आपकी गाड़ी के टायरों को लंबे समय तक चलाता है। 

क्या है टायर रोटेशन का सही तरीका 
टायरों का रोटेशन कराने का सही मतलब साइड के टायर को निकालकर दूसरी साइड में लगाना और दूसरी साइड के टायरों को अलग साइड में लगाना होता है। टायर रोटेशन में आगे के टायर को पीछे की तरफ सेट कर दिया जाता है वहीं पीछे के टायर को आगे की तरफ सेट कर दिया जाता है इससे टायरों की अदला बदली हो जाती है। वहीं टायर रोटेशन के समय एक बात का जरूर ध्यान रखना चाहिए कि गे वाले दाहिनी तरफ के टायरों को पीछे बायीं तरफ लगवाना चाहिए और आगे बायीं तरफ के टायर को पीछे दाहिनी तरफ लगवाना चाहिए। वहीं इस तरह से पीछे वाले टायरों के साथ में भी करना चाहिए। इस तरीके को टायरों की कैंची करना बोलते है। 

इससे क्या लाभ होता है 
दरअसल, रोड पर टायर अलग-अलग एंगल पर चलते हैं। इससे टायर भी एक तरफ से ज्‍यादा खराब होते हैं। इसका मतलब है कि टायर किसी एक तरफ से ज्‍यादा घिस जाते हैं और उनके जल्‍दी खराब होने का खतरा भी नहीं रहता है। अगर इन टायरों को रोटेशन में इस्‍तेमाल किया जाए तो ये चारों तरफ से बराबर इस्‍तेमाल किए जा सकेंगे और टायरों से आवाज आने का जोखिम भी नहीं रहेगा। also read : 
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