चैत्र नवरात्री शुरू होने वाली है।हर साल शुक्ल के प्रतिपदा के दिन से शुरू होती है।इस साल नवरात्री 9 अप्रेल मंगलवार को शुरू हो रही है। नवरात्री में नो दिन माता की अर्चना की जाती है।भक्त नो दिन तक व्रत रखकर माता के अलग अलग स्वरूपों की पूजा अर्चना करेंगे।हर साल नवरात्रि पर माता अलग अलग सवारियों पर आगमन और प्रस्थान करती है।तो चलिए जानते है इस चैत्र नवरात्री को माता किस पर सवार होकर आएगी।
घोड़े पर पधारेगी माता
जिस दिन से नवरात्री शुरू हो रहे है उसके आधार पर ही माता सवारी निक्षित होती है।धर्म शास्त्र के अनुसार मंगलवार और शनिवार को नवरात्री की शुरुआत शुभ संकेत वाली आती है।इस बार चैत्र नवरात्री 9 अप्रेल यानि मंगलवार को शुरू होगी।मंगलवार और शनिवार को नवरात्री शुरू होने पर माता घोड़े पर स्वर होकर पधारती है।माता की सवारी घोडा होगा सामाजिक और राजनितिक क्षेत्र में बड़े बदलावों की और संकेत करता है।
हाथी ओर प्रस्थान करेगी माता
इस बार चैत्र नवरात्री 17 अप्रेल को राम नवमी के दिन समाप्त होगी।उस दिन बुधवार है। नवरात्री की समाप्ति बुधवार को होने पर माता हाथी पर स्वर होकर प्रस्थान करती है।हाथी की सवारी पर प्रस्थान के शुभ संकेत वाला माना जाता है।यह अच्छी बारिश,अच्छी फसल प्राप्त करने का संकेत देती है।
घट स्थापना का मुहर्त
इस बार चैत्र नवरात्री को घट स्थापना का मुहर्त 9 अप्रेल को सुबह 6 बजकर 12 मिनट से 10 बजकर 23 मिनट तक है।चैत्र नवरात्री के प्रथम दिन पूजा पाह केलिए 4 घंटे 11 मिनट का समय होगा।इस दिन घट स्थापना के लिए अभिजीत मुहर्त भी है।दोपहर 12 बज्जर 3 मिनट से 12 बजकर 53 मिनट तक यानि 50 मिनट तक अभिजीत मुहर्त में घट स्थापना का सकते है।