टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद से ही पाकिस्तान क्रिकेट टीम नकारात्मक कारणों से सुर्खियों में है। टीम के खिलाड़ियों के बीच मतभेद, कप्तानी पर सवाल, वर्ल्ड कप में निराशाजनक प्रदर्शन ये सभी वो कारण हैं, जिन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की परेशानी बढ़ा दी है। इन समस्याओं को पीछे छोड़ते हुए पीसीबी आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के आयोजन की तैयारी कर रहा है। इसके लिए बोर्ड की ओर से फंड भी जारी कर दिया गया है, लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी से पहले ही पीसीबी को बड़ा झटका लगा है।
खराब प्रदर्शन के बावजूद खिलाड़ी लगातार वेतन बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं, देश में क्रिकेट के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए पीसीबी को काफी पैसों की जरूरत है। पैसों की कमी को पूरा करने के लिए पीसीबी ने पाकिस्तान के मैचों के अंतरराष्ट्रीय अधिकार बेचने की कोशिश की थी।
एक पाकिस्तानी पत्रकार के मुताबिक पीसीबी को किसी भी ब्रॉडकास्टर की ओर से उसकी मांगी गई कीमत का आधा भी नहीं दिया जा रहा है। इसके चलते पीसीबी ने मीडिया अधिकार बेचने की प्रक्रिया को कुछ समय के लिए टाल दिया है। हालांकि ब्रॉडकास्टर न मिलने की वजह से पीसीबी को अरबों रुपये का नुकसान हो चुका है।
पीसीबी को ब्रॉडकास्टर न मिलने की वजह कम अंतराल पर अध्यक्षों का बदलना और पाकिस्तान टीम के प्रदर्शन में लगातार आ रही गिरावट है। ब्रॉडकास्टर पीसीबी के मौजूदा प्रशासन की स्थिरता और टीम के प्रदर्शन पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं। दरअसल, पाकिस्तान में यह चलन रहा है कि सरकार बदलने के साथ ही पीसीबी अध्यक्ष भी बदल जाता है।
नया पीसीबी अध्यक्ष अपनी मर्जी से सारे फैसले लेता है। इसलिए किसी भी नुकसान से बचने के लिए ब्रॉडकास्टर पीसीबी पर पैसा लगाने से बच रहे हैं। आपको बता दें कि पीसीबी लंबे समय से मीडिया राइट्स बेचने की कोशिश कर रहा है लेकिन हर बार उसे निराशा ही हाथ लगती है।