Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेज़बानी को लेकर जारी विवाद अब खत्म हो गया है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने आईसीसी की बैठक में हाइब्रिड मॉडल को मंजूरी दे दी है, जिसके बाद भारतीय टीम के मुकाबले पाकिस्तान की ज़मीन पर नहीं खेले जाएंगे। भारतीय टीम अपने मैच न्यूट्रल वेन्यू पर खेलेगी, जिससे दोनों देशों के बीच एक समाधान निकलता हुआ नजर आ रहा है।
पाकिस्तान ने क्या रखी शर्ते?
हालांकि, पाकिस्तान ने हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार करने के बाद कुछ शर्तें भी रखी हैं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने कहा कि भारत में होने वाले सभी आगामी आईसीसी टूर्नामेंटों को भी हाइब्रिड मॉडल के तहत ही आयोजित किया जाए। इसके अलावा, पीसीबी ने वित्तीय वर्ष के राजस्व को बढ़ाने की भी मांग की है, जो वर्तमान में 5.75 प्रतिशत पर है। यह पाकिस्तान की शर्त थी कि भारत में 2031 तक होने वाले सभी बड़े आईसीसी टूर्नामेंटों को न्यूट्रल वेन्यू पर ही आयोजित किया जाए, ताकि पाकिस्तान के मुकाबले भारत में नहीं बल्कि किसी तटस्थ स्थल पर खेले जाएं।
भारत में आगामी वर्षों में होने वाले आईसीसी टूर्नामेंट्स के बारे में जानकारी दें तो, 2026 में T20 वर्ल्ड कप का आयोजन भारत में होगा। इसके बाद 2029 में चैंपियंस ट्रॉफी और 2031 में वनडे वर्ल्ड कप भी भारत में ही आयोजित किए जाएंगे। हालांकि, T20 वर्ल्ड कप 2026 को भारत और श्रीलंका मिलकर आयोजित करेंगे, और 2031 का वनडे वर्ल्ड कप भारत और बांग्लादेश के संयुक्त आयोजन में होगा।
पाकिस्तान की मुख्य शर्त है कि भारत में आयोजित होने वाले सभी टूर्नामेंट, जिनमें भारतीय टीम और पाकिस्तान के बीच मुकाबले होते हैं, उन्हें न्यूट्रल वेन्यू पर आयोजित किया जाए। यानी पाकिस्तान की टीम के मैच भारत में नहीं खेले जाएंगे, बल्कि दोनों देशों के बीच होने वाले मुकाबले किसी तटस्थ स्थल पर कराए जाएंगे। पाकिस्तान का यह दावा है कि इस प्रकार के आयोजन से विवादों का समाधान होगा और दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंध बेहतर हो सकते हैं।
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए पाकिस्तान ने हाइब्रिड मॉडल को मंजूरी दी है, लेकिन इसके साथ ही कुछ शर्तें भी रखी हैं। पाकिस्तान ने भारत में 2031 तक आयोजित होने वाले सभी बड़े टूर्नामेंटों के लिए न्यूट्रल वेन्यू की मांग की है, ताकि भारत-पाकिस्तान के मुकाबले भारतीय सरजमीं पर न खेले जाएं। यह विवाद अब कुछ हद तक सुलझता हुआ नजर आ रहा है, लेकिन दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंधों को लेकर यह एक अहम कदम साबित हो सकता है।