UP Employees News: उत्तर प्रदेश में राज्यकर्मियों के लिए संपत्ति का ब्योरा देने की अंतिम तिथि 31 अगस्त नजदीक है, लेकिन अभी तक केवल 42 प्रतिशत कर्मियों ने ही अपनी संपत्ति का विवरण पोर्टल पर दर्ज किया है। इसके बावजूद 58 प्रतिशत कार्मिकों ने इस निर्देश की अनदेखी की है, जिससे सरकार को कड़े कदम उठाने की आवश्यकता महसूस हो रही है।
राज्य में 8.34 लाख कार्मिकों में से 3.47 लाख ने ही अब तक अपनी संपत्ति का ब्योरा मानव संपदा पोर्टल पर प्रदान किया है। अगर 31 अगस्त की रात 12 बजे तक संपत्ति का ब्योरा नहीं दिया गया तो अगस्त माह का वेतन नहीं मिलेगा।
संपत्ति का ब्योरा न देने वाले कार्मिकों को वेतन न देने का निर्णय कुछ असर दिखा रहा है। 31 अगस्त के करीब आते ही, संपत्ति का ब्योरा देने वाले कार्मिकों की संख्या बढ़ रही है। गुरुवार को 50,866 कार्मिकों ने अपनी संपत्ति का ब्योरा पोर्टल पर दिया।
विधान परिषद सचिवालय में कुल 240 कार्मिकों में से केवल आठ ने ही संपत्ति का ब्योरा दिया है। विधान सभा सचिवालय में 679 कार्मिकों में से 232 ने ब्योरा दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार संपत्ति का ब्योरा न देने वाले कार्मिकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। संपत्ति छिपाने वाले कार्मिकों की विजिलेंस जांच भी हो सकती है।