Cow Dairy Business : भारतीय कृषि और डेयरी उद्योग में गाय का विशेष स्थान है. देसी से लेकर विदेशी नस्लों तक भारत में 53 से अधिक प्रकार की गायें पाई जाती हैं. हर नस्ल का अपना अलग महत्व है, जिनमें से प्रत्येक विशेष जलवायु और भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप विकसित हुई है.
फ्रीजवाल नस्ल की खासियत
फ्रीजवाल नस्ल भारतीय जलवायु के अनुकूल पालने जाने वाली एक बढ़िया नस्ल है. यह नस्ल न केवल हर मौसम में अच्छी तरह से ढल सकती है बल्कि इसकी दूध उत्पादन क्षमता और रोग प्रतिरोधक क्षमता (disease resistance) भी खास होती है. यही कारण है कि डेयरी उद्योग में इसकी बड़ी मांग है.
उत्पादन क्षमता और आर्थिक लाभ
फ्रीजवाल गाय एक लैक्टेशन पीरियड में लगभग 300 दिनों तक दूध देती है और एक ब्यांत में यह 4000 लीटर तक दूध दे सकती है. इस तरह की ज्यादा उत्पादन क्षमता (high yield) डेयरी फार्मर्स के लिए न केवल अधिक आय का स्रोत है बल्कि यह उन्हें डेयरी उद्योग में स्थिरता मिलती है.