DA merger : हाल ही में केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में संशोधन किया गया है। अब केंद्रीय कर्मचारियों को महंगाई भत्ता बेसिक सैलरी में मर्ज होगा। कर्मचारियों का फिटमेंट फैक्टर भी नहीं बढ़ेगा। ऐसा हाल ही में आई रिपोर्ट में सामने आया है।
केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में संशोधन के बाद कर्मचारियों के लिए एक बड़ी खबर आई है। कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बेसिक सैलरी में मर्ज होने वाला है। इससे कर्मचारियों और पेंशनर्स को काफी फर्क पड़ेगा। वहीं, कहा जा रहा है कि फिटमेंट फैक्टर भी नहीं बढ़ेगा। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला-
बेसिक सैलरी में मर्ज होगा महंगाई भत्ता
हाल ही में एक रिपोर्ट आई है कि केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते को बेसिक सैलरी में मर्ज (DA merger) किया जाएगा। यह 8वें वेतन आयोग के तहत किया जाएगा। यह 8वें वेतन आयोग के तहत कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाने को लेकर एक नया अपडेट है। अगर ऐसा हुआ तो फिटमेंट फैक्टर का क्या होगा, चलिए जानते हैं।
नए वेतन आयोग पर आ रहे नए अपडेट
केंद्र सरकार की ओर से जनवरी 2026 में नए वेतन आयोग के गठन (DA) को मंजूरी दी गई थी। यह मंजूरी मिलने के बाद से ही इससे जुड़े नए अपडेट सामने आ रहे हैं। संभावना जताई जा रही है कि 8वां वेतन आयोग अगले साल लागू हो। वहीं, कुछ रिपोर्ट्स बता रही हैं कि 2027 में 8वां वेतन आयोग लागू हो सकेगा।
हाल ही में बढ़ाया गया है डीए
केंद्रीय कर्मचारियों के लिए हाल ही में महंगाई भत्ता (DA merger) बढ़ाया गया है। इसके बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि 8वें वेतन आयोग में सरकार फिटमेंट फैक्टर को नहीं बढ़ाएगी। इसके पीछे भी कुछ कारण हैं। आइए जानते हैं।
महंगाई भत्ते को मर्ज करने की हो रही तैयारी
हाल ही में मीडिया रिपोर्ट सामने आई है कि सरकार केंद्रीय कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में महंगाई भत्ते को मर्ज (DA merger) करने की तैयारी कर रही है। इसमें 50 फीसदी को मर्ज करने की तैयारी की जा रही है। ऐसा होने पर फिटमेंट फैक्टर पहले से कम बढ़ेगा या नहीं बढ़ाया जाएगा।
क्यों नहीं बढ़ेगा फिटमेंट फैक्टर
बेसिक सैलरी में डीए मर्ज (DA merger)होने पर फिटमेंट फैक्टर न बढ़ने के पीछे का कारण यह है कि अभी कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 18,000 हजार रुपये है। महंगाई भत्ता मर्ज होने के बाद यह बढ़कर 27,000 रुपये हो सकता है। ऐसे में इस सैलरी पर 2.86 का फिटमेंट फैक्टर लगना संभव नहीं है। नए वेतन आयोग से पहले ही सैलरी बढ़ जाएगी तो इसका असर फिटमेंट फैक्टर की मांग पर पड़ेगा।
महंगाई भत्ता क्यों हो सकता है मर्ज
केंद्र सरकार की ओर से 5वें वेतन आयोग में नियम बनाया गया था कि अगर डीए 50 फीसदी से ज्यादा चला जाता है तो इसे बेसिक सैलरी में मर्ज (DA merger) कर दिया जाता है। 2004 में ऐसा ही किया गया था। 6वें और 7वें वेतन आयोग में ऐसा नहीं था। परंतु अब ऐसा अनुमान सामने आया है कि यह मर्ज कर दिया जाएगा।
क्या होता है फिटमेंट फैक्टर
फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) एक गुणांक होता है। इससे सरकार मौजूदा सैलरी के हिसाब से कर्मचारियों की बेसिक सैलरी को बढ़ाती है। सैलरी का बढ़ौतरी केवल फिटमेंट फैक्टर पर ही निर्भर नहीं करती है। इसका असर सैलरी बढ़ौतरी पर पड़ता है। 7वें वेतन आयोग में 2.57 फिटमेंट लागू किया गया था। कर्मचारियों की ओर से 2.86 फिटमेंट फैक्टर लागू करने की मांग की जा रही है।