सत्र 2024 के अंतर्गत महंगाई भत्ते की गणना एआईसीपीआई इंडेक्स के आधार पर की जाती है. इस साल महंगाई भत्ता दो बार लागू किया जाएगा जिसका इंतज़ार केंद्रीय सरकारी कर्मचारी और पेंशनभोगी बेसब्री से कर रहे हैं. इससे उनकी वित्तीय स्थिति में सुधार होगा और महंगाई के असर को कम करने में मदद मिलेगी.
बढ़ोतरी और इसका असर
पूर्व में लागू किए गए महंगाई भत्ते की दर 46 प्रतिशत थी और अब यह बढ़कर 50% से 51% तक जाने की उम्मीद है. इस बढ़ोतरी से कर्मचारियों और पेंशनभोगियों की मासिक आय में सुधार होगा जिससे उन्हें महंगाई का मुकाबला करने में आसानी होगी.
महंगाई भत्ते का असर
महंगाई भत्ते की बढ़ोतरी से केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों की वेतन और पेंशन में अनुकूल परिवर्तन होगा. यह बढ़ोतरी उनकी वित्तीय स्थिरता में योगदान देगी और उनके जीवन स्तर को और बढ़िया बनाएगा.
घोषणा का इंतजार
भारत सरकार द्वारा इस सम्बन्ध में अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है लेकिन यह उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही कोई सूचना जारी की जाएगी. इस घोषणा का इंतजार बहुत से लोग कर रहे हैं, और यह उनके लिए एक महत्वपूर्ण समय होगा.