Delhi – भारत और एशिया के सबसे अमीर शख्स रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दिल्ली का सबसे अमीर शख्स कौन है (Who is the richest person in Delhi)? ऐसे में अगर आपका जवाब नहीं है तो चलिए आइए आज जान लेते है इस खबर में-
भारत और एशिया के सबसे अमीर शख्स रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दिल्ली का सबसे अमीर शख्स कौन है? फोर्ब्स ने कुछ समय पहले अमीरों की लिस्ट जारी की थी। उसके मुताबिक देश की टॉप आईटी कंपनियों में शामिल एचसीएल टेक्नोलॉजीज के फाउंडर और चेयरमैन एमिरेटस शिव नाडर दिल्ली के सबसे अमीर शख्स हैं।
डीमार्ट के संस्थापक राधाकिशन दमानी, 36.8 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ भारत के चौथे सबसे अमीर व्यक्ति हैं। ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स के अनुसार, वह मुकेश अंबानी, गौतम अडानी और शापूर मिस्त्री के बाद इस सूची में शामिल हैं।
“चैरिटी यानी पैसा दान देने के मामले में वह इन सब पर भारी हैं। नाडर ने फाइनेंशियल ईयर 2023 में 2,042 करोड़ रुपये का दान दिया। यानी उन्होंने हर दिन 5.6 करोड़ रुपये दान किए। इससे पिछले साल भी वह दान देने के मामले में नंबर वन रहे थे। एक नजर शिव नाडर के करियर पर…”
शिव नाडर का जन्म 14 जुलाई, 1945 को तमिलनाडु के थुटुकुड़ी जिले में हुआ था। बचपन में आर्थिक चुनौतियों के बावजूद, उन्होंने अपनी शिक्षा जारी रखी। उन्होंने कोयंबटूर के पीएसजी कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। 1967 में, उन्होंने पुणे के वालचंद ग्रुप के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में अपना करियर शुरू किया। इन शुरुआती अनुभवों ने उन्हें बाद में एक सफल उद्यमी बनने में मदद की।
इसके बाद उन्होंने दिल्ली के डीसीएम ग्रुप के साथ एक कंप्यूटर प्रोग्रामर के तौर पर नौकरी की। लेकिन नौकरी में मन नहीं रमा और साल 1976 में नाडर ने अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर 187,000 रुपये के निवेश से एचसीएल की स्थापना की।
गैराज में बनी कंपनी-
एचसीएल (HCL) की शुरुआत शिव नाडर ने 1976 में एक गैराज से की थी, जहाँ शुरू में कैलकुलेटर बनाए जाते थे। नाडर के नेतृत्व में, यह कंपनी तेज़ी से एक विश्वव्यापी आईटी सर्विस प्रोवाइडर बन गई। आज, एचसीएल की 60 से अधिक देशों में मौजूदगी है और इसमें 222,000 से ज़्यादा लोग कार्यरत हैं। यह कंपनी एक छोटे से स्टार्टअप से एक वैश्विक आईटी दिग्गज के रूप में विकसित हुई है।
जुलाई 2020, में नाडर ने कंपनी के चेयरमैन का पद छोड़ दिया और इसकी कमान अपनी बेटी रोशनी नाडर मल्होत्रा के हाथों में सौंप दी। वह कंपनी के चेयरमैन एमेरिटस और स्ट्रैटजिक एडवाइजर हैं। आईटी सेक्टर (IT Sector) में महत्वपूर्ण योगदान के लिए साल 2008 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।
78 साल के शिव नाडर देश के दानवीरों की लिस्ट में लगातार दूसरे साल नंबर वन पर रहे। एडेलगिव हुरुन इंडिया फिलैंथ्रोपी (EdelGive Hurun India Philanthropy) लिस्ट 2023 के मुताबिक नाडर ने फाइनेंशियल ईयर 2023 में 2,042 करोड़ रुपये का दान दिया। इस दौरान उन्होंने हर दिन 5.6 करोड़ रुपये का दान दिया।
इस दौरान देश की सबसे वैल्यूएबल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और भारत तथा एशिया के सबसे बड़े रईस मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने 376 करोड़ रुपये का दान दिया। नाडर ने 1994 में शिव नाडर फाउंडेशन (Shiv Nadar Foundation) की स्थापना की थी जो शिक्षा और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में काम करता है। कोरोना काल में भी उन्होंने बढ़-चढ़ कर दान दिया था।