Delhi – हाल ही में आई एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि दिल्ली की रिंग रोड पर राजपूताना राइफल्स मुख्यालय के पास बहुप्रतीक्षित बेली ब्रिज का निर्माण इस वीकेंड से शुरू होगा। यह पुल वर्षों के इंतजार को समाप्त करेगा। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने निर्माण के दौरान सड़क बंद करने और ट्रैफिक डायवर्जन (traffic diversion) की विस्तृत योजना तैयार की है-
दिल्ली की रिंग रोड पर राजपूताना राइफल्स मुख्यालय के पास बहुप्रतीक्षित बेली ब्रिज का निर्माण इस वीकेंड से शुरू होगा। यह पुल वर्षों के इंतजार को समाप्त करेगा। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस (delhi traffic police) ने निर्माण के दौरान होने वाली असुविधा को कम करने के लिए रात के समय सड़क बंद करने और ट्रैफिक डायवर्जन (traffic diversion) की विस्तृत योजना तैयार की है। यह नया ब्रिज न केवल सैनिकों के आवागमन को सुगम बनाएगा, बल्कि दिल्ली की सबसे व्यस्त सड़कों में से एक पर ट्रैफिक के लिए एक महत्वपूर्ण नई राह भी खोलेगा।
रातों-रात तैयार होगा ब्रिज-
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस (Delhi traffic police) ने बताया कि बेली ब्रिज के निर्माण का आखिरी चरण शुरू हो चुका है। ब्रिज के सपोर्टिंग पिलर पहले ही तैयार हो चुके हैं और अब प्री-फैब्रिकेटेड स्टील के हिस्सों को जोड़ा जाएगा। यह काम चार रातों में पूरा होगा, जिसमें हर रात करीब 8 घंटे तक रिंग रोड (ring road) का एक हिस्सा बंद रहेगा। यह सुनिश्चित करेगा कि दिन के समय ट्रैफिक पर ज्यादा असर न पड़े।
कब और कहां होगा ट्रैफिक डायवर्जन?
11 से 14 अक्टूबर तक रिंग रोड पर धौला कुआं और नारायणा के बीच ट्रैफिक पर कुछ पाबंदियां रहेंगी।
11 और 13 अक्टूबर: रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक धौला कुआं से नारायणा की ओर जाने वाला रास्ता बंद रहेगा।
12 और 14 अक्टूबर: नारायणा से धौला कुआं की ओर जाने वाली सड़क बंद होगी।
इस दौरान वाहनों को वैकल्पिक रास्तों पर डायवर्ट किया जाएगा। धौला कुआं से नारायणा जाने वाले वाहन वंदे मातरम मार्ग (नारायणा या पंजाबी बाग की ओर) या स्टेशन रोड (जनकपुरी या जेल रोड की ओर) से जा सकेंगे। वहीं, नारायणा से धौला कुआं जाने वाले वाहनों के लिए बारार स्क्वायर और नारायणा के पास यू-टर्न बंद रहेंगे। हालांकि, बारार स्क्वायर पर यू-टर्न कुछ समय के लिए खुला रह सकता है, यह स्थिति पर निर्भर करेगा। वैकल्पिक रास्ते के तौर पर वाहन कृप्पा मार्ग से बाएं मुड़कर धौला कुआं (Dhaula Kuan) की ओर जा सकेंगे।
ट्रैफिक को संभालने की पूरी तैयारी-
ट्रैफिक पुलिस (traffic police) ने डायवर्जन रूट्स पर अतिरिक्त कर्मियों को तैनात करने का फैसला किया है ताकि ट्रैफिक का प्रवाह सुचारू रहे। अधिकारियों का कहना है कि रात के समय कम ट्रैफिक (traffic) होने की वजह से ज्यादा परेशानी नहीं होगी, लेकिन फिर भी यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे वैकल्पिक रास्तों का इस्तेमाल करें।
सैनिकों की मुश्किल होगी आसान-
यह बेली ब्रिज रिंग रोड (bridge ring road) पर पिलर 60 और 62 के बीच, राजपूताना राइफल्स मुख्यालय के ठीक सामने बनाया जा रहा है। इस ब्रिज का निर्माण पूरा होने में करीब 32 घंटे लगेंगे, जो चार रातों में बंटे होंगे। हर तरफ का काम 8-9 घंटे में पूरा होगा।
यह ब्रिज हजारों सैनिकों के लिए वरदान साबित होगा, जो अभी इस व्यस्त सड़क को पार करने में खासी दिक्कतों का सामना करते हैं। मई 2025 में एक रिपोर्ट में बताया गया था कि राजपूताना राइफल्स (Rajputana Rifles) के सैनिकों को एक बदबूदार और बारिश में उफनते नाले को पार करना पड़ता है। बारिश के मौसम में यह नाला पूरी तरह भर जाता है, जिससे सैनिकों को या तो घुटनों तक पानी में उतरना पड़ता है या 2.5 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता है।
कोर्ट ने लिया था संज्ञान-
दिल्ली हाई कोर्ट ने एक रिपोर्ट के बाद मामले का स्वत: संज्ञान लिया और विभागों को तत्काल समाधान का निर्देश दिया। पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (PWD) ने बताया कि स्थायी फुट ओवरब्रिज में एक साल लगेगा। इसके जवाब में, कोर्ट ने बेली ब्रिज को अस्थायी और त्वरित समाधान के रूप में बनाने का सुझाव दिया।
यह बेली ब्रिज न सिर्फ सैनिकों के लिए, बल्कि आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए भी राहत लेकर आएगा। यह एक अस्थायी लेकिन जरूरी कदम है, जो दिल्ली की व्यस्त सड़कों (busy streets of delhi) पर सुरक्षित आवागमन को बढ़ावा देगा।