Delhi – दिल्ली के इस रेलवे स्टेशन पर, लगभग 64% यात्री स्टेशन तक पहुंचने के लिए मेट्रो स्टेशन और बस अड्डे से जुड़े फुटओवर ब्रिज (FOB) का इस्तेमाल करते हैं। इस FOB का घुमावदार रैंप यात्रियों के लिए एक समस्या है, इसी कड़ी में राइट्स ने ढांचे को बदलकर एक खास सुझाव दिया है…
दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर, लगभग 64% यात्री स्टेशन तक पहुंचने के लिए मेट्रो स्टेशन और बस अड्डे से जुड़े फुटओवर ब्रिज (FOB) का इस्तेमाल करते हैं। इस FOB का घुमावदार रैंप यात्रियों के लिए एक समस्या है, क्योंकि उन्हें रेलवे प्लेटफॉर्म तक पहुंचने के लिए लगभग 550 मीटर की लंबी दूरी तय करनी पड़ती है।
राइट्स ने यात्री पैटर्न अध्ययन के आधार पर फुटओवर ब्रिज (FOB) पर सीधा रैंप बनाने का प्रस्ताव दिया है। यह रैंप स्टाफ पार्किंग की ओर जाएगा, जहां एक यात्री विश्राम स्थल प्रस्तावित है। इस बदलाव से FOB से आवागमन सुगम होगा।
मौजूदा रैंप की जगह एक तरफ सीढ़ी और दूसरी ओर उतरने-चढ़ने के लिए एस्केलेटर लगा दिए जाएं। सूत्रों की मानें तो यह प्रस्ताव रेलवे को भा गया है। वह जल्द इस पर काम के लिए कदम आगे बढ़ा सकते हैं।
राइट्स के अध्ययन में सामने आया है कि स्टेशन आने के लिए 53 प्रतिशत यात्री मेट्रो ट्रेन को चुनते हैं। 11 प्रतिशत बसों से आते हैं। यह यात्री मेट्रो स्टेशन और बस स्टैंड (Bus stand) उतरने के बाद फुटओवर ब्रिज के रास्ते आनंद विहार रेलवे स्टेशन पहुंचते हैं। फुटओवर ब्रिज घुमावदार होने के कारण यात्रियों को मुश्किल होती है। इस पर अभी सिर्फ रैंप हैं, सीढ़ी और एस्केलेटर नहीं है। इसी कमी को पूरा करने के लिए राइट्स ने प्रस्ताव दिया है।
ऑटो-टैक्सी में आते हैं 34 प्रतिशत यात्री-
आनंद विहार रेलवे स्टेशन (Anand Vihar Railway Station) पर 34 प्रतिशत यात्री ऑटो, ई-रिक्शा और टैक्सी से पहुंचते हैं। ऐसे में राइट्स का प्रस्ताव है कि रेलवे स्टेशन परिसर (Railway Station Complex) के बीच के हिस्से में सिर्फ इमरजेंसी, कार, टैक्सी (taxy) व आटो लेन को रखा जाए। मौजूदा पार्किंग को वहां से हटाया जाए। ताकि यातायात के इन माध्यमों से आने वाले यात्रियों को उतरने व चढ़ने में कोई परेशानी न हो।
निजी वाहनों से पहुंचने वाले सिर्फ दो प्रतिशत-
राइट्स का अध्ययन बताता है कि सिर्फ दो प्रतिशत यात्री निजी वाहनों से आनंद विहार रेलवे स्टेशन (railway station) आते हैं। इनके लिए नई पार्किंग नाले के किनारे बनाने का प्रस्ताव दिया गया है। उसमें दोपहिया वाहन और कारों के लिए अलग-अलग पार्किंग बनाने का प्रस्ताव दिया है। साथ ही वाहनों के निकलने के लिए नाले के ऊपर से नया रास्ता बनाने का भी सुझाव दिया है।
कामकाजी लोग अधिक करते हैं यात्रा-
यहां से यात्रा करने वाले लोगों में कामकाजी लोगों की संख्या सबसे अधिक है। राइट्स (RITES) के सर्वे के अनुसार, ट्रेन में सवार होने वालों में 71% कामकाजी, 21% व्यवसायी, 6% छात्र और 2% अन्य लोग होते हैं। यात्रियों में 55% की आयु 18 से 25 वर्ष और 39% की आयु 26 से 40 वर्ष के बीच है, जो दर्शाता है कि अधिकतर यात्री युवा और मध्यम आयु वर्ग के हैं।
